JNU के कुलपति M Jagadesh Kumar बने UGC के चेयरमैन
एम जगदीश कुमार (M Jagadesh Kumar) को UGC का चेयरमैन नियुक्त किया गया है. जगदीश कुमार जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के कुलपति रहे हैं.
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के कुलपति एम जगदीश कुमार (M Jagadesh Kumar) को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) का चेयरमैन नियुक्त किया गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. कुमार (M Jagadesh Kumar) का जेएनयू में कार्यकाल विवादों से भरा रहा था. पिछले साल अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद वह वर्तमान में कार्यवाहक कुलपति के रूप में कार्यभार संभाल रहे हैं.
शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘जगदेश कुमार (M Jagadesh Kumar) को यूजीसी (UGC) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.’’ 65 वर्ष की आयु हो जाने पर प्रोफेसर डीपी सिंह के जीसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद सात दिसंबर से यह पद खाली था. सिंह ने 2018 में यूजीसी अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था. उच्च शिक्षा नियामक के उपाध्यक्ष का पद भी खाली है.
JNU Vice-Chancellor M Jagadesh Kumar appointed as the Chairman of University Grants Commission (UGC) pic.twitter.com/ffO5euGGsk
— ANI (@ANI) February 4, 2022
मंत्रालय ने अभी तक जेएनयू (JNU) में एम जगदीश कुमार के उत्तराधिकारी की नियुक्ति नहीं की है. जगदीश कुमार को जनवरी 2016 को जेएनयू का कुलपति नियुक्त किया गया था. उनकी नियुक्ति के ठीक एक हफ्ते बाद कुलपति के रूप में विवादों से उनका पहली बार तब सामना हुआ था, जब छात्रों ने संसद भवन पर हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ एक कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर प्रशासन के साथ हंगामा किया.
जगदीश कुमार ने कहा, “निश्चित तौर पर यह चुनौतीपूर्ण होगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना मेरी प्राथमिकता होगी. जितनी जल्दी इसका क्रियान्वयन होगा हमारे लिए उतना बेहतर होगा. एनईपी के क्रियान्वयन के लिए मैं देशभर के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से मुलाकात करूंगा. एनईपी में बहुविषयक पाठ्यक्रम जैसे पहलू हैं, इसलिए हम इन पर काम करेंगे.”
उन्होंने कहा, “सरकार ने हाल के बजट में एक डिजिटल विश्वविद्यालय की घोषणा की है. सभी के लिए शिक्षा को सुलभ करने के वास्ते डिजिटल तकनीक पर काम करना भी मेरी प्राथमिकताओं की सूची में होगा.”
साल 2016 के राजद्रोह विवाद, कई बार अपने कार्यालय की तालाबंदी से लेकर 2019 में तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री को जेएनयू के दीक्षांत समारोह स्थल पर छह घंटे से अधिक समय तक रोके जाने तक, विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में कुमार का कार्यकाल विवादों से भरा रहा.
इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग और संबंधित क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले कुमार ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास से एमएस (ईई) और पीएचडी (ईई) की डिग्री प्राप्त की है. उन्होंने पहले आईआईटी खड़गपुर में सहायक प्रोफेसर और आईआईटी दिल्ली में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में काम किया है.