अहमदाबाद: जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) हमले के खिलाफ अहमदाबाद में आयोजित एक प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआई) के सदस्यों के बीच झड़प हो गई जिसमें दोनों ओर से कम से कम चार लोग घायल हो गए.


घटना कांग्रेस छात्र इकाई एनएसयूआई की ओर से शहर के पालडी क्षेत्र में आरएसएस से सम्बद्ध एबीवीपी कार्यालय के बाहर आयोजित एक प्रदर्शन के दौरान हुई. एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस बाद में मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया.


पुलिस ने NSUI की ओर से की गई शिकायत के आधार पर बीजेपी नेता प्रदीप सिंह जडेजा और युवा मोर्चा के अध्यक्ष ऋत्विज पटेल के खिलाफ केस दर्ज किया है. झड़प के मुद्दे पर गुजरात कांग्रेस ने एलान किया है कि कल पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन करेंगे.


पुलिस उपायुक्त के एन दामोर ने बताया, ‘‘ एबीवीपी और एनएसयूआई के दो-दो सदस्य झड़प में घायल हो गए. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है. हमने दोनों पक्षों से शिकायतें लेनी शुरू कर दी हैं.’’ दोनों संगठनों ने हालांकि दावा किया कि 15 से अधिक लोग घायल हुए हैं. एबीवीपी का दावा है कि उसके चार सदस्य घायल हो गए हैं वहीं एनएसयूआई ने घायलों की संख्या 12 बताई है.


हिंसा तब हुई जब जेएनयू में छात्रों पर हुए हमले के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए एनएसयूआई के छात्र एबीवीपी के कार्यालय के बाहर पहुंचे. दोनों छात्र इकाइयों ने एक दूसरे पर आरोप लगाया कि उन पर डंडों से हमला किया गया और पथराव किया गया.


कांग्रेस की छात्र इकाई के एक सदस्य ने बताया कि गुजरात एनएसयूआई महासचिव निखिल सवानी को सिर में गंभीर चोट आयी है और उन्हें यहां वी एस जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.


कुछ स्थानीय टेलीविजन चैनलों द्वारा एक वीडियो क्लिप प्रसारित किया गया जिसमें कुछ व्यक्ति पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में सवानी को कथित तौर पर पीटते दिख रहे हैं. सवानी कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल के निकट सहयोगी हैं.


कांग्रेस के आरोप लगाया कि जब सवानी के साथ मारपीट की जा रही थी उस वक्त भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष आर पटेल वहां मौजूद थे. गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा ने हमले की निंदा की और कल राज्य स्तरीय प्रदर्शन का आह्वान किया है.


चावडा ने आरोप लगाया,‘‘एबीवीपी ने हमारे सदस्यों पर धारदार हथियार से हमला किया. वे सवानी तथा तीन अन्य को मारना चाहते थे जो हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. यह भी बेहद परेशान करने वाला है कि हमला पुलिस की मौजूदगी में हुआ. इस हमले को बीजेपी नेता की मौजूदगी में अंजाम दिया गया.’’


एबीवीपी ने आरोप लगाया कि एनएसयूआई के सदस्य उसके कार्यकर्ताओं पर हमले के इरादे से उसके कार्यालय आये थे. बीजेपी भी इस दावे का समर्थन कर रही है.


गुजरात बीजेपी अध्यक्ष जीतू वघानी ने कहा,‘‘मैं हिंसा का समर्थन नहीं करता,लेकिन आपसे पूछता हूं. अगर कोई आपको मारने के इरादे से आपके घर में घुसता है तो आप क्या करेंगे? क्या आप अपनी रक्षा नहीं करेंगे? एबीवीपी के कार्यालय जाने की क्या जरूरत थी?जेएनयू में हिंसा के पीछे कांग्रेस का हाथ था.’’


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