नई दिल्लीः जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के वीसी जगदीश कुमार ने कहा है कि कैंपस में रजिस्ट्रेशन करने की तारीख को आगे बढ़ाया जाएगा. वहीं, इससे पहले आज जेएनयू में बढ़ी हुई फीस कम कर दी गई. छात्र संघों की मांग को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह कदम उठाया है. बढ़ी हुई फीस को कम करने के लिए लेफ्ट गुटों के छात्र संघ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तय किया है कि छात्रों से विंटर सेमेस्टर में सर्विस चार्ज नहीं वसूला जाएगा. यूनिवर्सिटी ने यह भी फैसला लिया है कि छात्रों को यूटिलिटी चार्ज भी नहीं देना होगा. छात्रों के ऊपर यूनिवर्सिटी ने 1700 रुपये सर्विस चार्ज लगाए थे. लेकिन, अगले आदेश तक यह चार्ज छात्रों को नहीं भरना होगा. ये खर्च यूजीसी उठाएगी.


क्या बदलाव हुआ?


सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए प्रतिमाह 600 रुपये प्रति माह रूम रेंट लगेगा वहीं डबल रूम के लिए 300 रुपये देने होंगे. बीपीएल श्रेणी में शामिल छात्रों के लिए रुम रेंट प्रतिमाह 300 रुपये लगेंगे. वहीं डबल के लिए 150 रुपये देने होंगे. पहले सिंगल रुम के लिए 20 रूपये प्रतिमाह और डबल रूम के लिए 10 रुपया देना होता था.


यूटिलिटि में बदलाव किया गया था जो बिल आएगा वो देना होगा. अब इसे खत्म कर दिया गया है. पहले भी यह चार्ज नहीं लगता था. बाद में इसे बढ़ाकर 1700 रुपया किया गया था. मेस का चार्ज पहले 5500 रुपया था जो कि बढ़ाकर 12000 रुपया कर दिया गया था. एक बार फिर इसे घटाकर 5500 रुपया कर दिया गया है.


मेडिकल बिल को बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया था जबकि पहले यह बिल छात्रों को नहीं देना पड़ता था. एक बार फिर इसे खत्म कर दिया गया है. इस्टैबलिसमेंट चार्ज में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है. पहले 1100 रुपये था और अभ भी यह 1100 रुपये ही है.


इससे पहले बढ़ी हुई फीस को वापस लेने के लिए छात्र संगठनों ने गुरुवार शाम को राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च निकाला. मार्च को बीच में ही रोक लिया गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी देखने को मिली. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.


छात्र संगठन कर रहे हैं वीसी को हटाने की मांग


छात्रों की मांग है कि जेएनयू के वीसी एम जगदीश कुमार को हटाया जाए. इसी मांग को लेकर प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन की ओर जा रहे थे. छात्रों को आंबेडकर भवन के पास हिरासत में ले लिया गया.


इस बीच मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दोपहर 3 बजे दोबारा छात्रों को बातचीत के लिए शास्त्री भवन बुलाया है. छात्र अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. इस बीच वीसी को मंत्रालय का साथ मिल गया है.


'वीसी को हटाना समस्या का समाधान नहीं'


एचआरडी मंत्रालय ने दो-टूक शब्दों में कह दिया है कि वीसी को हटाना समस्या का समाधान नहीं है. एचआरडी सचिव अमित खरे ने गुरुवार को कहा कि मंत्रालय के अधिकारी वीसी से शुक्रवार को स्टू़डेंट्स के उन दावों को लेकर बात करेंगे जिनमें कहा गया है कि रिवाइज्ड फीस को लागू नहीं किया जा रहा.


उन्होंने कहा, 'वीसी को हटाना समाधान नहीं है.' उन्होंने कहा कि मंत्रालय के अधिकारी वीसी से मिलने के बाद फिर स्टूडेंट यूनियन से भी मुलाकात करेंगे.


'हमलावरों की हुई है पहचान'


इस बीच जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में नकाबपोश हमलावरों को लेकर पुलिस ने बताया है कि कई की पहचान की गई है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्होंने दो व्हाट्सएप ग्रूपों के 70 एडमिन की पहचान की है. इस ग्रुप में कथित तौर पर जेएनयू छात्र संघ के सदस्यों पर हमले की योजना बनाई गई थी.


बता दें कि हॉस्टल फीस वृद्धि के खिलाफ लेफ्ट विंग के छात्र पिछले कई दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन के दौरान छात्रों में झड़प के बाद कुछ नकाबपोश लोग कैंपस में घुस गए और लेफ्ट के छात्रों के साथ जमकर मारपीट की.


जेएनयू हिंसा: पुलिस ने संदिग्धों की पहचान की, पिछले रविवार छात्रों पर हुआ था हमला