नई दिल्ली: यौन शोषण आरोप में फंसे आसाराम पर जोधपुर की कोर्ट अपना फैसला 25 अप्रैल को सुनाएगी. इस फैसले को देखते हुए आसाराम के आश्रम को खाली करा दिया गया है. जोधपुर कोर्ट ने यह फैसला अशांति फैलने की आशंका को देखते हुए लिया है. प्रशासन ने कोई अराजकता का माहौल ना पैदा हो इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए हैं.
जोधपुर पुलिस ने आसाराम के जोधपुर आश्रम को अपने कब्जे में ले लिया है. इतना ही नहीं आनेवाली 25 तारीख को फैसले के मद्देनजर शहरभर में 30 तारीख तक धारा 144 लागू कर दी गई है. बता दें कि आसाराम पर फैसला सुनाने के लिए जोधपुर सेंट्रल जेल के अंदर आसाराम के बैरक के पास ही कोर्ट तैयार किया गया है. सुनवाई के दिन जज, कोर्ट के कर्मचारी, दोनों पक्षों के वकील, सुरक्षा अधिकारी और जेल अधिकारी मौजूद रहेंगे. साथ ही जेल के अंदर और बाहर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे.
इससे पहले अधिकारियों ने रविवार को ही पाल स्थित आसाराम के आश्रम में रुके समर्थकों को शहर छोड़ने के लिए कह दिया था. वहीं मणाई कुटिया में भी किसी तरह की आवाजाही को बंद कर दिया गया है. दरअसल प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहती है कि आसाराम पर फैसला आने के बाद राम रहीम मामले की तरह हिंसा न भड़के.
जोधपुर कमिश्नर ने रविवार को अधिकारियों के साथ बैठक की थी. यह बैठक इसलिए की गई क्योंकि फैसले के दिन कोई अप्रिय घटित ना हो. सूत्रों के मुताबिक, ऐसी आशंका जताई जा रही है कि महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से आसाराम के भक्त बड़ी संख्या में 25 अप्रैल को जोधपुर में जुट सकते हैं.