Clash in Jodhpur: अतिथि देवो भवः... के मंत्र पर चलने वाले राजस्थान में पिछले कुछ महीनों में जिस तरह की हिंसा हो रही है उससे अतिथि ही नहीं आज पूरी दुनिया हैरान हो रही है. पहले करौली में हिंसा और अब ईद से कुछ घंटे पहले जोधपुर में हुई हिंसा इस सुंदर राज्य के चेहरे पर दाग लगा रही है. पर बड़ा सवाल ये है कि क्यों लोग या जिम्मेदार पुरानी घटनाओं से कोई सबक नहीं सीख रहे. क्यों कुछ दिन पहले ही हुई करौली हिंसा से जोधपुर के लोगों ने कुछ नहीं सीखा.


जो मसले पुलिस और बातचीत से सुलझ सकते हैं उस पर भी उग्र


चाहे करौली हो या जोधपुर या फिर कोई अन्य जगह जहां कहीं भी हिंसा हुई है, वह छोटी बात पर ही हुई है. यह छोटी बात ऐसी थी, जिसे बातचीत या पुलिस के पास ले जाकर आसानी से खत्म किया जा सकता था, लेकिन दोनों ही पक्षों ने इसमें समझदारी की जगह उग्रता दिखाई और उससे जो नतीजा निकला उसने दोनों ही समुदाय के लोगों को नुकसान पहुंचाया है. ऐसे में जरूरी है कि लोग छोटी-छोटी बातों पर आपा न खोएं.


मासूम बच्चों को भी निशाने पर ले रहे दंगाई


जोधपुर में ईद से कुछ घंटे पहले जो कुछ हुआ वह काफी विचलित करने वाला है. जालौरी गेट के बाद कबूतर चौक में भी हिंसा हुई. यहां पर मंगलवार को ईद के मौके पर कुछ लोगों ने दुकानों में तोड़फोड़ की. आरोपियों ने छोटे-छोटे बच्चों के साथ बी मारपीट की और गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया. दोनों तरफ से हुई पत्थरबाजी में कई लोग घायल हुए हैं.  पथराव में पांच पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की सूचना है.


जोधपुर में क्यों हुआ विवाद


रिपोर्ट के मुताबिक, इस विवाद की शुरुआत सोमवार देर रात के बाद हुई जब अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ सदस्य ईद के मौके पर जालोरी गेट के पास एक चौराहे पर धार्मिक झंडे लगा रहे थे. लोगों ने चौराहे पर लगी स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर झंडा लगाया जिसका हिंदू समुदाय के लोगों ने विरोध किया. स्थानीय लोगों का आरोप है कि उन लोगों ने वहां परशुराम जयंती पर लगाए गए भगवा ध्वज को हटाकर इस्लामी ध्वज लगा दिया, इसको लेकर दोनों समुदाय के लोग आमने सामने आ गए और झड़प हो गई. पुलिस ने किसी तरह रात में हालात पर काबू पाया, लेकिन मंगलवार सुबह जालोरी गेट के पास ईदगाह पर ईद की नमाज अदा करने के बाद फिर तनाव बढ़ गया और उस इलाके में पथराव शुरू हो गया, जिसमें कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए.


करौली में क्या हुआ था


करौली में 2 अप्रैल को हिंदू नववर्ष के मौक़े पर हिंदू संगठनों ने बाइक यात्रा निकाली थी. आरोप है कि इस यात्रा में शामिल एक डीजे गाड़ी से कथित तौर पर मुसलमानों को लेकर विवादित गाने बज रहे थे. इसी दौरान कुछ घरों की छतों से यात्रा पर पत्थर फेंके गए और रैली में शामिल लोगों पर लाठियों से हमला किया गया. इसमें कई लोग घायल हो गए.


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