Australia-India: ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थकों पर होगी कार्रवाई? प्रधानमंत्री अल्बनीज ने पीएम मोदी से कही ये बात
PM Albanese India Visit: पीएम मोदी के निमंत्रण पर ऑस्ट्रेलियाई पीएम अल्बनीज ने 8-11 मार्च तक भारत का राजकीय दौरा किया. इस दौरान दोनों देशों के बीच तमाम मुद्दों को लेकर चर्चा हुई और सहमति बनी.
PM Modi & Albanese Joint Statement: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज (Anthony Albanese) की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि पीएम मोदी के निमंत्रण पर ऑस्ट्रेलिया के पीएम अल्बनीज ने 8 से 11 मार्च तक भारत का राजकीय दौरा किया. प्रधानमंत्री ने म्यांमार में बिगड़ती स्थिति पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की और हिंसा को तत्काल बंद करने का आह्वान किया.
प्रधानमंत्रियों ने उत्तर कोरिया के निरंतर अस्थिर करने वाले बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की भी निंदा की. उन्होंने कहा इस तरह के लॉन्च प्रासंगिक UNSC प्रस्तावों का उल्लंघन करते हैं. दोनों ने ही उत्तर कोरिया से संबंधित UNSCRs के तहत अपने दायित्वों का पालन करने का आग्रह किया और उत्तर कोरिया के पूर्ण परमाणुकरण के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
'खालिस्तानी समर्थकों पर होगी कार्रवाई'
वहीं, पीएम एंथनी अल्बनीज ने भी भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार ऑस्ट्रेलिया में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थक संगठनों की तरफ से पैदा की गए तनाव को लेकर चर्चा की और इसके खिलाफ एक्शन लिए जाने की बात कही.
UNSC गैर-स्थायी सीटों के लिए उम्मीदवारी
भारत और ऑस्ट्रेलिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में गैर-स्थायी सीटों के लिए एक-दूसरे की उम्मीदवारी के लिए समर्थन की पुष्टि की. 2028-2029 की अवधि के लिए भारत की और 2029-2030 की अवधि के लिए ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदवारी तय हुई. दोनों प्रधानमंत्रियों ने वैश्विक रूप से प्रतिबंधित आतंकवादी संस्थाओं के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने और आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने सहित आतंकवाद के खिलाफ आम लड़ाई में योगदान देने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया.
यूक्रेन में मानवीय स्थिति पर चिंता
इसके अलावा प्रधानमंत्रियों ने यूक्रेन में संघर्ष और मानवीय स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त की. दोनों ने ही शत्रुता को तत्काल समाप्त करने और संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की जरूरत को दोहराया. उन्होंने दोहराया कि संघर्ष अत्यधिक मानवीय पीड़ा का कारण बन रहा है, वैश्विक आर्थिक प्रणाली में मौजूदा कमजोरियों को बढ़ा रहा है.
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