Exclusive: जोशीमठ पर क्या है उत्तराखंड सरकार का प्लान? abp न्यूज को CM पुष्कर सिंह धामी ने बताया
Joshimath Land Subsidence: उत्तराखंड के जोशीमठ में हुए भू-धंसाव को लेकर देशभर में चिंता है. जोशीमठ के हालात को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एबीपी न्यूज से विशेष बातचीत की.
Pushkar Singh Dhami Interview On Joshimath Land Subsidence: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ (Joshimath) के हालात और सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों को लेकर एबीपी न्यूज के साथ एक विशेष इंटरव्यू में अपनी बातें साझा कीं.
एबीपी के विशेष शो प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम धामी ने जोशीमठ भू-धंसाव की स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि दो जनवरी के आसपास कुछ मकानों में दरारें आई थीं. सब मिलाकर ये मकान 700 से ज्यादा हैं, जिनमें दरारें आंशिक रूप से आई हैं, कुछ में ज्यादा आई हैं लेकिन 270 ऐसे परिवार थे जो लगता था कि ज्यादा खतरे की जद में हैं. उनमें रहने वाले एक हजार के करीब लोगों को हमने तत्काल दूसरे स्थानों पर गेस्ट हाउस या सरकारी कार्यालयों और होटलों आदि जगहों पर शिफ्ट किया.
सीएम धामी ने कहा, ''एक जगह पर टनल से पानी का रिसाव हो रहा था, जो लगभग 560 LPM (लीटर प्रति मिनट) था लेकिन अब वो आज घटकर काफी कम हो गया है, 100 से भी नीचे आ गया है. उसके बाद स्थिति अभी जैसी थी वैसी है.''
जोशीमठ में हालात कितने सामान्य?
मुख्यमंत्री ने कहा, ''पता नहीं कैसे बहुत सारी जगह पर, देश-दुनिया के सामने ये बात आई है कि पूरा जोशीमठ डूब गया है, पूरा उत्तराखंड खतरे में है और बद्रीनाथ जाने वाले रास्ता, औली जाने वाला रास्ता बंद हो गया है. इस प्रकार की नकारात्मक खबरें तेजी से आई थीं और दिल्ली में मीडिया के बंधुओं ने मुझसे पूछा, तब भी मैंने कहा कि वहां (जोशीमठ) पर 70 प्रतिशत जो कामकाज है वो सामान्य रूप से चल रहा है, सामान्य जीवन लोग जी रहे हैं.''
जोशीमठ में भू-धंसाव क्यों हुआ?
जोशीमठ की समस्या क्यों पैदा हुई, इस बारे में पूछे जाने पर सीएम धामी ने कहा कि अभी रिपोर्ट्स आनी बाकी हैं, सबकी रिपोर्ट आ जाएं और NDMA (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) उनको कंपाइल (संकलन) कर ले. जब तक आधिकारिक रिपोर्ट न आ जाए तब तक दरारों को लेकर बताए जा रहे आंकड़े केवल अनुमान हैं लोगों के.
क्या विकास कार्यों की वजह से हुआ भू-धंसाव?
जब पूछा गया कि रेलवे स्टेशन निर्माण, सड़कों का चौड़ीकरण, नई सड़कों का निर्माण, हाइड्रो प्रोजेक्ट्स और रोपवे निर्माण जैसे विकास कार्य भी क्या भू-धंसाव के लिए वजह हैं, जवाब में सीएम धामी ने कहा, ''मैंने कहा कि जब तक रिपोर्ट न आ जाए, जब सभी की रिपोर्ट आ जाएगी तभी इस पर आधिकारिक रूप से कुछ कहा जा सकता है, कुछ सोचा जा सकता है. जब घटना हो जाती है तो सभी लोग अपनी-अपनी तरह से आकलन करना शुरू कर देते हैं और वही आकलन हो रहा है.''
लोगों के पुनर्वास और मुआवजे पर क्या है सरकार का प्लान?
लोगों के पुनर्वास और मुआवजा संबंधी सवाल पर सीएम धामी ने कहा, ''तात्कालिक रूप से हम लोगों ने यह तय किया कि एक लाख रुपये प्रति परिवार तत्काल उनको दें. मुआवजे की जो भी राशि होगी, उस समय जो भी फॉर्मूला अपनाया जाए या जो सबसे अच्छा फॉर्मूला हो, उसके बाद उस पर हम लोग उसे जोड़ेगे-घटाएंगे लेकिन फिलहाल के लिए 50 हजार रुपये अलग से उनके सामान को लाने-ले जाने के लिए या कोई जरूरी चीज उनको खरीदनी है तो हमने सरकार की तरफ से सहायता के रूप में दिया है.
सीएम ने कहा, ''जो नई जगह है, पीपलकोटि भी है, इसके आसपास भी देखी है, वहीं उद्यान विभाग की एक जमीन है, उन जमीनों का भी सर्वेक्षण हो रहा है और वो जमीनें कितनी सुरक्षित हैं, वो कितना भार धारण कर सकती हैं, उसके आधार पर ही आगे का काम होगा. एक बार पहले रिपोर्ट सबकी आ जाए.''
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