(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जोशीमठ में दरारों के बाद अब नया संकट! सूखने लगे बहने वाले नाले, टूटने लगे माले
जोशीमठ नगर के 9 वार्डों के 863 भवनों में दरारें मिली हैं जिनमें से 181 मकानों को असुरक्षित चिन्हित किया गया है.
Joshimath Sinking News: जमीन धंसने से प्रभावित जोशीमठ में अब तक 275 परिवारों के 925 सदस्यों को अस्थायी रूप से विस्थापित किया जा चुका है जबकि 552 प्रभावितों को 371.27 लाख रुपये की धनराशि अंतरिम सहायता के रूप में वितरित की जा चुकी है. अब जोशीमठ से एक और अहम जानकारी सामने आ रही है. दरारों के चलते जोशीमठ में बहने वाले नाले सूखने लग गए हैं.
मारवाड़ी होटल से सिंहधार होते हुए चुनार जाने वाला नाला भी कई जगह सूखने की स्थिती में है. सिंहधार निवासी हरीश सती और जगदीश प्रसाद का कहना है की यहां से बहने वाला नाला भी कई जगह से सूख गया है जबकि इस नाले में बहुत पानी आता था. उन्होंने कहा कि कई जगह तो माले भी टूटने भी लगे हैं.
जोशीमठ की नाजुक स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में हाई लेवल मीटिंग हुई. इस मीटिंग में उत्तराखंड आला अधिकारी मौजूद रहे. जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री धामी ने जोशीमठ के हालात पर अधिकारियों से फीडबैक लिया और जरूरी दिशानिर्देश जारी किए. इसी के साथ, CM धामी ने अधिकारियों से प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और उनको मिल रही व्यवस्थाओं को लेकर भी बातचीत की.
जोशीमठ में ताजा हालात कैसे हैं?
चमोली जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली से मिली जानकारी के अनुसार, जोशीमठ नगर के 9 वार्डों के 863 भवनों में दरारें मिली हैं जिनमें से 181 मकानों को असुरक्षित चिन्हित किया गया है. सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन ने अब तक 275 परिवारों के 925 सदस्यों को विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से शिफ्ट किया है.
जोशीमठ में बारिश और बर्फवारी के बाद शीतलहर के हालात को देखते हुए 10 स्थानों पर नियमित रूप से बड़े अलाव जलाए जा रहे हैं. इसके अलावा, राहत शिविरों में रह रहे प्रभावितों के लिए हीटर, ब्लोअर, पानी की बोतलों और कंबलों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है.
ये भी पढ़ें- तालिबान से की थी आरएसएस की तुलना, कोर्ट ने भेज दिया समन तो बोले जावेद अख्तर, 'जज साहब ने...'