Joshimath Sinking: उत्तराखंड के जोशीमठ का अस्तित्व पूरी तरह से खतरे में है. आलम ये है कि करीब 600 से ज्यादा घर एक टाइम बम पर बैठे हैं, यानी कभी भी भू-धंसाव के चलते वो जमींदोज हो सकते हैं. इतनी बड़ी तबाही के बाद अब राज्य सरकार से लेकर केंद्र तक जोशीमठ को लेकर बैठकें कर रही हैं. वहीं दूसरी तरफ सैकड़ों लोगों के सामने ये सवाल खड़ा है कि वो अपना घर छोड़कर आखिर कहां रहेंगे या उन्हें मुआवजा कब मिलेगा? इसी बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ के लोगों के गुस्से को शांत करने के लिए कुछ एलान किए हैं. साथ ही एबीपी न्यूज़ से बातचीत में भी उन्होंने जोशीमठ को लेकर जानकारी दी. इसके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री ने भी जोशीमठ को लेकर सीएम धामी से बात की है. आइए जानते हैं आज पूरे दिनभर जोशीमठ को लेकर क्या-क्या बड़ा हुआ. 




    1. जोशीमठ संकट के बीच उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि ऐसे समय में लोगों के बीच रहना जरूरी है. ऐसा कहा जा रहा है कि पूरा जोशीमठ खत्म होने वाला है और पूरे उत्तराखंड में आपदाएं आने वाली हैं, ये कहना गलत है. हम लोगों तक पूरी मदद पहुंचा रहे हैं और पुर्नवास के तरीके खोज रहे हैं.  

    2. जोशीमठ में कई ऐसे भवन हैं जिन्हें अब खतरनाक घोषित कर दिया गया है और उन्हें गिराया जा रहा है. इसे लेकर स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. जोशीमठ के पीड़ितों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन और सरकार बातचीत कर रही है. दो होटलों को गिराने को लेकर जमकर प्रदर्शन हुए. 

    3. जोशीमठ संकट के बीच अब तमाम एक्सपर्ट्स की टीमें यहां पहुंच रही हैं. बुधवार 11 जनवरी को नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट हैदराबाद के पांच वैज्ञानिकों की टीम भी जोशीमठ पहुंची. जिसके बाद पूरे इलाके का सर्वे किया जाएगा. इससे पहले भी कई भू-वैज्ञानिक यहां रिसर्च के लिए पहुंच चुके हैं. 

    4. जोशीमठ में हालात बिगड़ने के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी. जिसमें उन्होंने कहा कि ये कहना कि जोशीमठ डूब रहा है जोशीमठ खत्म हो रहा है, पूरी तरह से गलत है. नए मॉडल के आधार पर हम पुनर्वास को आगे बढ़ाएंगे. कई बार कई जगह पर आपदा आई है और आती है और उससे हम बहार निकलते हैं. धामी ने ऐसी खबरों को अफवाह करार दिया. 

    5. लोगों के प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री ने लोगों को मदद का एलान भी किया. जिसमें उन्होंने बताया कि सरकार जोशीमठ के लोगों के साथ है. फौरी एक्शन प्लान के तहत सभी को 1,50,000 की धन राशि दी जाएगी. क्षति के आंकलन के बाद बाज़ार के रेट के मुताबिक लोगों की मदद की जाएगी. 

    6. इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में राहत शिविर का दौरा किया और वहां रुके लोगों से मिले. मुख्यमंत्री ने वहां की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया. मुख्यमंत्री रात जोशीमठ में ही गुजारने वाले हैं. जिसके बाद वो 12 जनवरी को आईटीबीपी सभागार, जोशीमठ में कई बैठकें करेंगे. 

    7. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी जोशीमठ मामले को लेकर जानकारी ली है. शाह ने उत्तराखंड के सीएम धामी को फोन किया और हालात का जायजा लिया. सीएमओ के मुताबिक गृहमंत्री शाह की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है. 

    8. अमित शाह के अलावा जोशीमठ को लेकर जेपी नड्डा ने भी पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली. हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया. भाजपा अध्यक्ष ने उत्तराखंड भाजपा के पदाधिकारियों, मोर्चा प्रभारियों और कार्यकर्ताओं को भी जोशीमठ में बचाव कार्य में जुटने के निर्देश दिए. 

    9. संकट के बीच केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) ने भूधंसाव से प्रभावित उत्तराखंड के जोशीमठ शहर से विस्थापितों के पुनर्वास के लिए आपदा-रोधी प्रारूप वाला शहर विकसित करने का प्रस्ताव रखा है. सीबीआरआई के निदेशक आर प्रदीप कुमार ने कहा कि रुड़की स्थित वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने भी जोशीमठ के लिए त्रिआयामी कार्य योजना का सुझाव दिया है, जिसमें झुकी हुई इमारतों को गिराने, मौजूदा 4,000 इमारतों की सुरक्षा का आकलन करने और विस्थापित लोगों को वैकल्पिक आश्रय प्रदान करने की परिकल्पना की गई है. 

    10. दरारें पड़ने से दरक रहे उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में लोगों को मौसम की मार भी झेलनी पड़ रही है. कड़ाके की ठंड ने पीड़ितों की चिंता और बढ़ा दी है. जोशीमठ के नजदीक ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फ गिरने का सिलसिला शुरू हो चुका है, जिससे इलाके में सर्द हवाएं चल रही हैं और पिछले कुछ दिनों के मुकाबले अधिक ठंडक महसूस की जा रही है. 







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