Joshimath Sinking: बारिश ने बढ़ाई जोशीमठ की मुसीबत, पुनर्वास पैकेज के लिए CM की अध्यक्षता में कमेटी का गठन | Updates
जोशीमठ में 723 भवनों को भूधंसाव से प्रभावित के रूप में चिह्नित किया गया है जिनमें दरारें आई हैं. वहीं बुधवार तक 131 परिवारों के 462 लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में विस्थापित किया गया है.
Joshimath Sinking Latest Updates: जोशीमठ में हालात नाजुक बने हुए हैं. स्थानीय लोग भूधंसाव और इमारतों में आ रही दरारों से भयभीत हैं. प्रशासन लगातार खतरनाक इमारतों से लोगों को रेस्क्यू कर रहा है. प्रदेश की धामी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार स्थिति को मॉनिटर कर रही है. भूधंसाव के बीच जोशीमठ में बारिश ने भी नई मुसीबत खड़ी कर दी है. 11 जनवरी की रात जोशीमठ में बारिश हुई. वहीं गुरुवार और शुक्रवार को भी बारिश के आसार हैं. बारिश ने जोशीमठ के नागरिकों के साथ-साथ प्रशासन की चिंता को भी दोगुना कर दिया है.
राज्य सरकार जोशीमठ में भूधंसाव से प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की तैयारी कर रही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में एक 11 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जो पुनर्वास पैकेज का निर्धारण करेगी. चमोली के डीएम ने बताया, "जोशीमठ में प्रभावितों को तत्काल अंतरिम सहायता का पारदर्शी वितरण व पुनर्वास पैकेज की दर तय करने के लिए 11 सदस्यीय कमेटी गठित की गई है."
45 करोड़ की राशि जारी की गई
बता दें कि जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र में भूधंसाव से प्रभावित भवन मालिकों/परिवारों के विस्थापन के लिए विशेष पुनर्वास पैकेज एवं अनुदान हेतु सरकार की ओर से 45 करोड़ रुपये की राशि रिलीज की गई है. यह जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय ने दी है.
मुख्यमंत्री ने किया राहत शिविरों का दौरा
इससे पहले, 11 जनवरी की देर शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में राहत शिविरों का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान सीएम ने प्रभावितों से मुलाकात भी की और उन्हें सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
'झूठी अफवाह न फैलाएं'
पुष्कर सिंह धामी ने शिविरों का निरीक्षण करने के बाद कहा, "हम नुकसान का आकलन कर यहां बेहतर व्यवस्था करने का प्रयास करेंगे. अब हम यहां के लोगों को अस्थाई राहत के लिए 1.5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देंगे. यहां की स्थिति के बारे में झूठी अफवाह न फैलाएं. केंद्र और राज्य सरकारें जोशीमठ के लोगों के साथ खड़ी रहेंगी."
'जितना नुकसान होना था, वह हो चुका है'
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार जोशीमठ की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां भूधंसाव के कारण जितना नुकसान होना था, वह हो चुका है और आगे सब ठीक हो जाएगा. उन्होंने आने वाले समय में यहां राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों का आयोजन तथा चार धाम यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि इस प्रकार का वातावरण न बनाया जाये कि पूरा उत्तराखंड खतरे में आ गया है.
723 इमारतें भूधंसाव से प्रभावित
गौरतलब है कि जोशीमठ नगर क्षेत्र में 723 भवनों को भूधंसाव से प्रभावित के रूप में चिह्नित किया गया है जिनमें दरारें आई हैं. सुरक्षा के दृष्टिगत बुधवार तक 131 परिवारों के 462 लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में विस्थापित किया गया है.
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