Joshimath Sinking: जोशीमठ इस वक्त बड़े संकट से जूझ रहा है. यहां के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लगभग हर दूसरे घर में दरार पड़ने की खबरें सामने आ रही हैं. घरों में दरारें पड़ने का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते दिन (15 जनवरी) से लेकर आज तक जोशीमठ शहर के कुल 11 और घरों में दरार पड़ी हैं. इसमें दो होटल भी शामिल हैं.
जोशीमठ में लगातार बढ़ते खतरे को देख यहां अलग-अलग टीम भू धंसाव को लेकर परीक्षण कर रही हैं. लोग परेशान हैं कि अगला नंबर उनके घर का होगा. यहां तक की औली रोपवे के प्लेटफॉर्म में आई दरार भी चौड़ी हो गई है. औली रोपवे से सटे 'स्नो क्रस्ट' और 'होटल कामेट' भी भू-धंसाव की जद में हैं और एक दूसरे से चिपकने लगे हैं जिसके मद्देनजर दोनों होटलों को खाली कर दिया गया है.
हर खतरे पर रखी जा रही नजर
एक स्टडी में यह भी पता चला है कि ऋषिकेश से जोशीमठ के बीच 309 जगह पर भूस्खलन हुए हैं. यानी हर एक किलोमीटर पर 1 से ज्यादा लैंडस्लाइड हुए हैं. क्षेत्र में घट-बढ़ रहे पानी के रिसाव की स्थिति पर भी लगातार नजर रखी जा रही है. भू-धंसाव के कारण ऊपरी हिस्से में एक दूसरे से खतरनाक रूप से जुड़ गए होटलों 'मलारी इन' और 'होटल माउंट व्यू' के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी तेजी से चल रही है.
सैकड़ों घरों में दरारें आ गई हैं. अभी तक 148 भवनों को अनसेफ चिह्नित कर इन्हें रहने योग्य नहीं करार कर दिया गया है. वहीं, आज सोमवार (16 जनवरी) को इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में को सुनवाई होनी है. लगातार जोशीमठ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने की मांग उठ रही है.
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