मुंबई: अयोध्या के वरिष्ठ पत्रकार महेंद्र त्रिपाठी के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साल 1991 की राम जन्म भूमि की तस्वीर मौजूद है. मोदी 29 साल पहले अयोध्या गए थे, तब महेंद्र ने उनसे बात करते हुए पूछा था कि आप दोबारा अयोध्या कब आएंगे, जिसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मंदिर बनने के बाद. मेहंद्र का दावा है कि मोदी जी के इस संकल्प के वो गवाह हैं.
महेंद्र त्रिपाठी ने एबीपी न्यूज़ को बताया, "साल 1991 में नरेंद्र मोदी डॉ. मुरली मनोहर जोशी के साथ अयोध्या आए थे. उस वक्त उन्हें वहां कोई जानता नहीं था. लेकिन वो लगातार मुरली मनोहर ज़ोशी जी के साथ दिख रहे थे. उनकी पर्सनालिटी भी काफ़ी अच्छी थी. मैंने पता किया तो किसी ने बताया कि वे गुजरात के प्रभारी हैं. इसके बाद मैं उनसे मिलने गया और अपना परिचय दिया. उन्होंने मुझसे अयोध्या के बारे में जानकारी ली थी. बातचीत के अंत में मैंने उनसे पूछा कि वो अब अयोध्या कब आएंगे, जिसपर मोदी ने कहा था, "अब मंदिर निर्माण के समय आऊंगा."
महेंद्र के मुताबिक़ मोदी का संकल्प था जो शायद ही कुछ लोग जानते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने खुद महेंद्र से ये संकल्प बताने का दावा वो कर रहे हैं, जिस तरह 14 साल के वनवास के बाद राम के अयोध्या नगरी पहुंचने पर दिवाली मनाई गई थी. उसी तरह प्रधानमंत्री मोदी के 29 साल बाद अयोध्या पहुंचने पर अयोध्या में दिवाली की तैयारियां पूरी कर दी गई हैं.
महेंद्र के पास शिवसेना के कार सेवकों की वो तस्वीर भी है, जिसमें शिवसेना के विधायक पवन पांडे अपने साथियों के साथ बाबरी मस्जिद के पत्थरों के साथ खड़े दिखाई देते हैं. महेंद्र के मुताबिक़ ये शिवसेना के बाबरी मस्जिद गिराने में योगदान का प्रमाण है.
बाबरी मस्जिद गिराने के बाद शिवसेना के कार सेवक मस्जिद का पत्थर, जिसे मीर बाकी कहते हैं, वो अपने साथ लेकर गए थे. बालासाहेब ठाकरे ने उन शिवसैनिकों की तारीफ़ भी की थी. वो तस्वीर भी उनके पास है जो बताते हैं कि शिवसैनिक उस दिन अयोध्या में मौजूद थे.
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