कोरोना वायरस से बचाव के लिए कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को मुफ्त में वैक्सीन लगवाई है, लेकिन इस बीच बिना परमिशन के वैक्सीन कैंप लगा कर वैक्सीन लगवाने का मामला सामने आया है. जहां यूपी के गौतमबुद्धनगर में एक अपकमिंग हाउसिंग सोसाइटी ने अपने परिसर में आयोजित शिविरों में मुफ्त कोविड वैक्सीन लगवाई है. वहीं माना जा रहा है कि ये वैक्सीन अलीगढ़ के नौरंगाबाद में एक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से मंगाई गई थी.
ग्रेटर नोएडा में जेपी ग्रीन्स के लगभग 200 सदस्यों को पिछले महीने के अंत में सोसायटी में आयोजित दो कैंप में वैक्सीन लगाई गई थी, जिसमें 18-44 की उम्र के बीच और 45 से ऊपर के लोग शामिल थे. वहीं जब इस मामले की जांच की गई तो पता चला कि ये शिविर 21 मई और 27 मई को आयोजित किए गए थे. रिकॉर्ड बताते हैं कि लाभार्थियों को नौरंगाबाद में यूपीएचसी से प्रमाण पत्र जारी किए गए थे. इस पूरे मामले पर यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मामले पर संज्ञान लेते हुए उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी अलीगढ़ से मामले की जांच करने को कहा है.
बिना परमिशन के खोला कैंप
नोएडा के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नीरज त्यागी जिले में वैक्सीन सेंटर लगाने की अनुमति देते हैं, लेकिन इस मामले पर उन्होंने बताया कि उनके कार्यालय ने जेपी ग्रीन्स को वैक्सीनेशन सेंटर लगवाने की अनुमति नहीं दी थी.
लाभार्थियों को नहीं मिला प्रमाणपत्र
गौतम बुद्ध नगर के सीएमओ दीपक ओहरी और अनुमंडल दंडाधिकारी प्रसून द्विवेदी ने सोसायटी का दौरा कर शिविरों की जानकारी ली और बताया कि वो जांच कर रहे हैं कि अलीगढ़ से वैक्सीन यहां कैसे पहुंची और इसे किसने लगाया. वहीं एक स्थानीय निवासी ने आरोप लगाया गया कि 27 मई को वैक्सीन लगने के बावजूद कोई प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया है.
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