नई दिल्लीः सात 7 महीने तक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका निभाने के बाद सोमवार को जगत प्रकाश नड्डा को निर्विरोध भारतीय जनता पार्टी के नए कप्तान चुन लिया गया है. अपने पहले अध्यक्षीय भाषण के दौरान उन्होंने कहा मेरा पूरा प्रयास होगा पार्टियों की आशा और आकांक्षाओं को पूरा करूं. इसके लिए मुझे जितनी भी मेहनत करनी पड़ेगी उसके लिए तैयार हूं. इससे पहले सुबह बीजेपी की ओर से समर्थन में कुल 22 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे.


एक बीजेपी पार्लियामेंट्री पार्टी की ओर से. जबकि 21 नामांकन पत्र राज्यों की ओर से दाखिल किया गया था. सभी नामांकन पत्र जेपी नड्डा के समर्थन में दाखिल किये गए थे. बीजेपी की ओर से जेपी नड्डा के अलावा किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया. इस कारण उनका चुनाव निर्विरोध हुआ.


अमित शाह बन गए थे गृह मंत्री


गौरतलब, है कि साल 2019 का लोकसभा चुनाव अमित शाह के नेतृत्व में लड़ा गया था. उस चुनाव में बीजेपी को बड़ी सफलता मिली. जिसके बाद अमित शाह को सरकार में गृह मंत्री बनाया गया. काम बढ़ने के कारण 17 जून 2019 को जेपी नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष का दायित्व दिया गया था. उसके बाद संगठन चुनाव की घोषणा हुई थी.


राधा मोहन सिंह ने नाम का किया एलान


बीजेपी ने राज्यों के संगठन चुनाव पूरे होने के बाद सोमवार को संगठन चुनाव प्रभारी राधा मोहन सिंह ने बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा की थी. सोमवार सुबह 10.30 बजे सबसे पहले बीजेपी पार्लियामेंट्री पार्टी की ओर से अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी व अन्य ने जेपी नड्डा के नाम का नामांकन पत्र दाखिल किया.


उसके बाद हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़ व अन्य राज्यों की ओर से नामांकन पत्र सौंपे गए. करीब 2 घंटे की स्क्रूटनी के बाद 2.30 बजे जेपी नड्डा को चुनाव अधिकारी राधा मोहन सिंह ने निर्विरोध अध्यक्ष घोषित कर दिया.


'आशा और आकांक्षाओं को पूरा करने का करूंगा प्रयास'


निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के बाद जेपी नड्डा के स्वागत में अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेपी नड्डा को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत और अभिनंदन किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा पार्टी ने मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता को बड़ी जिम्मेदारी के लायक समझा. जिसके लिए मैं सब का तहे दिल से धन्यवाद करता हूं.


उन्होंने कहा कि मैं जब युवा मोर्चा में था तो आडवाणी जी, जोशी जी के साथ काम किया. तब संगठन मंत्री के रूप में मुझे मोदी जी के साथ काम करने का मौका मिला. नितिन गडकरी जी और राजनाथ जी सहित अमित शाह जी के साथ लंबे समय तक मैंने काम किया.


उन्होंने कहा कि जब मेरे साथ मेरे बड़ों का इतना सहयोग है तो मैं पूरे मन और हिम्मत से पार्टी के लिए काम करूंगा. पार्टी की आशा और आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करूंगा. मेरा प्रयास होगा कि जिस उद्देश्य से पार्टी की रूपरेखा तय की गई उसने आगे बढ़ाउंगा.


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