कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अगले साल है कि लेकिन अभी से सियासी माहौल तैयार हो गया है. सियासत की ह लड़ाई सिर्फ जुबानी हमलों तक नहीं बल्कि पथराव तक आ गई है. बीजेपी के नेता और बंगाल प्रभारी कैलाश विजय वर्गीय की गाड़ी पर आज डायमंड हार्बर में प्रदर्शनकारियों ने पत्थर मारे. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर भी हमला किया गया. बीजेपी नेताओं ने इस घटना के लिए टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है.
पत्थरबाजी की इस घटना में विजयवर्गीय और उनके स्टाफ ने मुश्किल से खुद को बचाया. विजयवर्गीय की गाड़ी पर पत्थर तब फेंके गए जब वे दक्षिण 24 परगना जा रहे थे. इसके साथ ही प्रदर्शकारियों ने उस रास्ते को भी बंद करने की कोशिश की जिससे बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का काफिला गुजर रहा था.
अमित शाह ने बंगाल सरकार से मांगी रिपोर्ट
बता दें कि जेपी नड्डा के बंगाल दौरे का आज दूसरा दिन है. नड्डा की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है. इस मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पश्चिम बंगाल सरकार से पूछा जाएगी सुरक्षा में चूक क्यों और कैसे हुई. बंगाल बीजेपी चीफ दिलीप घोष ने अमित शाह जेपी नड्डा की सुरक्षा को लेकर चिट्ठी लिखी थी.
बुधवार को टीएमसी कार्यकर्ताओं ने दिखाए थे काले झंडे
इससे पहले पश्चिम बंगाल के दौरे पर गए जेपी नड्डा को बुधवार को तृणमूल कांग्रेस समर्थकों की ओर से कथित रूप से काले झंडे दिखाए गए. नड्डा जब पार्टी के चुनाव कार्यालय का उट्घाटन करने के लिए कोलकाता के हेस्टिंग्स क्षेत्र पहुंचे तो उन्हें काले झंडे दिखाए गए. यह घटना नए खोले गए कार्यालय के बाहर घटित हुई.
जब नड्डा यहां पहुंचे तो लगभग 50 लोगों ने काले झंडे लहराने की कोशिश की और नड्डा के इमारत में घुसने पर 'भाजपा वापस जाओ' के नारे भी सुनाई दिए. इसके बाद भाजपा कार्यकर्ता भी इमारत से बाहर आ गए और नारेबाजी करने लगे.
राज्य के बीदेपी नेताओं के सामने आने के बाद पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों को करीब आने से रोक दिया. इस घटना के तुरंत बाद प्रदर्शनकारी मौके से चले गए. कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "कोई अप्रिय झड़प या हाथापाई नहीं हुई. दोनों पक्ष शांतिपूर्वक से घटनास्थल से वापस चले गए थे."