नई दिल्ली: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव दिल्ली में 19 फरवरी को होगा. इस बार पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा का नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना जाना लगभग तय है. ऐसे में उनका पार्टी का 11वां अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है. फिलहाल बीजेपी में संगठन के चुनाव चल रहे हैं. बीजेपी के संविधान के मुताबिक 50 फ़ीसदी से ज्यादा राज्य इकाइयों के चुनाव हो जाने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जा सकता है.
माना जा रहा है कि 19 फरवरी तक बीजेपी के 80 फ़ीसदी से ज्यादा राज्य इकाइयों के चुनाव पूरे हो जाएंगे और उसके बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा. आपको बता दें कि जेपी नड्डा छात्र राजनीति के समय एबीवीपी से जुड़े और संगठनों के विभिन्न पदों पर रहते हुए पहली बार 1993 में हिमाचल प्रदेश से विधायक चुने गये थे. उसके बाद वे राज्य और केंद्र में मंत्री भी रहे हैं.
वे 1994 से 1998 तक विधानसभा में पार्टी के नेता भी रहे. इसके बाद वे दुबारा 1998 में फिर विधायक चुने गये. इस बार उन्हें स्वास्थ्य और संसदीय मामलों का मंत्री बनाया गया. 2007 में उन्हें फिर से चुनाव जीतने का अवसर मिला और प्रेम कुमार धूमल की सरकार में उन्हें वन-पर्यावरण, विज्ञान व टेक्नोलॉजी विभाग का मंत्री बनाया गया.
2012 में जेपी नड्डा को राज्यसभा का सांसद चुना गया. उन्हें मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्रालय की कमान सौंपी गई. राष्ट्रीय राजनीति में जेपी नड्डा साल 2010 में आए, जब तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया. बाद में अमित शाह ने उन्हें अपनी टीम में राष्ट्रीय महासचिव बनाया. जेपी नड्डा की पहचान मृदुभाषी और संगठन के जानकार नेता के रूप में है.
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