JP Nadda Speech: महाराष्ट्र दौरे पर पहुंचे जेपी नड्डा ने क्षेत्रीय दलों पर बोला हमला, उद्धव ठाकरे और अखिलेश यादव को लेकर क्या कहा?
JP Nadda Attack On Local Parties: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष जेपी नड्डा इन दिनों महाराष्ट्र के दौरे पर हैं. मुंबई में उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
JP Nadda In Maharashtra: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी की बुरी तरह हार के बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा महाराष्ट्र के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने मुंबई में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी एक वैचारिक पार्टी है, एक कैडर आधारित पार्टी है. इस दौरान नड्डा के निशाने पर कांग्रेस के साथ-साथ क्षेत्रीय दल भी रहे. उन्होंने उद्धव ठाकरे से लेकर अखिलेश यादव तक पर निशाना साधा.
कर्नाटक की हार को भूलते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, “कांग्रेस पार्टी कहां से शुरू हुई थी और आज वो कहां खड़ी है. वो अपने विचारों में कमजोर पड़ गई है. क्षेत्रीय दलों का भी वैचारिक विकास नहीं हुआ. सभी क्षेत्रीय दल अब पारिवारिक दल बनकर रह गए हैं... उद्धव ठाकरे की पार्टी भी एक परिवार की पार्टी थी.” इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पर भी हमला बोला.
‘अखिलेश अतीक अहमद के लिए खड़े हो गए’
जगत प्रकाश नड्डा ने कहा, “अखिलेश यादव को आईने के सामने खड़े होकर शर्म नहीं आती. अतीक अहमद के लिए खड़े हो गए. कहां खड़े हो गए जाकर. क्या स्थिति आ गई? हमारी पार्टी ने राम मंदिर भी बनवाया. अतीक के लिए अखिलेश खड़े हुए क्या आइडोलॉजी बची उनकी. इनको अपना मुंह शीशे में देखने में शर्म आनी चाहिए, यह पार्टी भी परिवार की पार्टी हो गई है.”
#WATCH | BJP is an ideological party, a cadre-based party. Considering where the Congress party started to where they have reached, it had an ideological dilution. The regional parties had no ideological development then what would be their dilution. All regional political… pic.twitter.com/9bP7wASmqO
— ANI (@ANI) May 17, 2023
वहीं बीजेपी प्रेसिडेंट ने कहा, “बीजेपी एक अकेली पार्टी है जिसकी ग्रोथ साइंटिफिक है, इस पार्टी में कार्यकर्ता का भी काफी आगे बढ़ चुके हैं. आज बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है, आने वाले दिनों में हमारी पार्टी पर अध्ययन होगा.
आज कल बाकी पार्टी का यह हाल है की किसी के पास नेता है तो नीति नहीं है, अगर किसी पार्टी के पास दोनों है तो नियत नहीं है मगर बीजेपी के पास सब कुछ है नेता है नीति है और नियत है और कार्यकर्ता हैं."