सिलीगुड़ी: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि सीएए जल्द लागू किया जाएगा. कोरोना महामारी के चलते इसमें देरी हुई. नड्डा ने सिलीगुड़ी में सामाजिक समूहों से ये बात कही. उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून से सभी को लाभ होगा, हम इसे लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
ममता सरकार बांटो और राज करो की राजनीति में संलिप्त
वहीं पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वो बंगाल में बांटो और राज करो की राजनीति में संलिप्त है जबकि बीजेपी सभी के विकास के लिए काम करती है. उन्होंने कहा, “बीजेपी और मोदी जी की मूल नीति है- सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास. दूसरी पार्टियों कि नीति है भेद डालो, समाज को बांटो, अलग-अलग करके रखो, अलग-अलग मांग करो और राज करो.”
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “दुःख की बात है कि ममता जी की सरकार ने किसान सम्मान निधि को बंगाल में लागू नहीं होने दिया. बंगाल के 76 लाख किसानों को इससे वंचित रखा गया है.”
हर समाज को फुसलाने का प्रयास कर रही ममता सरकार
जेपी नड्डा ने कहा, “आपने देखा होगा कि हिन्दू समाज के प्रति कितना आघात ममता जी ने इतने समय तक रखा. अब जब समझ में आ गया तो हर समाज को जोड़ने के लिए फुसलाने का प्रयास हो रहा है. ये वो लोग हैं जो केवल वोटबैंक की राजनीति करते हैं, सिर्फ सत्ता में रहने के लिए राजनीति करते हैं.”
चुनाव से पहले संगठन की तैयारियों का लिया जायजा
अपने एकदिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे नड्डा ने 2021 में प्रस्तावित पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले संगठनात्मक तैयारियों का जायजा लिया और विभिन्न समुदाय के लोगों से चर्चा की. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आपको सीएए मिलेगा और मिलना तय है. अभी नियम बन रहे हैं. कोरोना के कारण थोड़ी रूकावट आई है. जैसे-जैसे कोरोना हट रहा है, नियम बन रहे हैं. ये मिलना तय है.’’ सीएए के बारे में उन्होंने स्पष्ट किया कि यह राज्य में लागू होकर रहेगा.
सिलीगुड़ी पहुंचने के बाद नड्डा ने आनंदमयी कालीबाड़ी मंदिर में पूजा करने से पहले यहां के नौका घाट पर समाज सुधारक ठाकुर पंचानन बर्मन की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी.
राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और उपाध्यक्ष मुकुल रॉय जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेता भी नड्डा के साथ मंदिर गए. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और नड्डा ने पिछले कुछ महीनों में बंगाल में कई रैलियों और पार्टी कार्यक्रमों को ऑनलाइन संबोधित किया है. मार्च में कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बढ़ने के बाद से बीजेपी प्रमुख का राज्य का यह पहला दौरा है.
...अगर मुझे फांसी पर भी चढ़ा दिया गया तो भी हमारा संकल्प नहीं बदलेगा- फारूक अब्दुल्ला