JP Nadda Targets Congress On Bharat-India Issue: राष्ट्रपति भवन में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के डिनर का निमंत्रण 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' की जगह 'भारत के राष्ट्रपति' के नाम से भेजे जाने पर सियासी घमासान मचा हुआ हैं. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और विपक्षी दल आमने-सामने हैं और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं.


इस बीच बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस की एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें संविधान की प्रस्तावना लिखी हुई है. बीजेपी अध्यक्ष ने पोस्ट को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर कहा,  "क्या हम उस पार्टी से कोई उम्मीद कर सकते हैं, जो भारत की प्रस्तावना तक नहीं जानती. कांग्रेस में संविधान और डॉ आंबेडकर के प्रति सम्मान की कमी." शर्मनाक! 






'देश के सम्मान से कांग्रेस को दिक्कत क्यों?'
इससे पहले उन्होंने मंगलवार (5 सितंबर) को पूछा था, "कांग्रेस को देश के सम्मान और गौरव से जुड़े हर विषय से इतनी आपत्ति क्यों है? भारत जोड़ो के नाम पर राजनीतिक यात्रा करने वालों को 'भारत माता की जय' के उद्घोष से नफरत क्यों है? "






कांग्रेस के मन में देश के प्रति सम्मान नहीं- जेपी नड्डा
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि यह स्पष्ट है कि कांग्रेस के मन में न देश के प्रति सम्मान है, न देश के संविधान के प्रति और न ही संवैधानिक संस्थाओं के प्रति. उसे तो बस एक विशेष परिवार के गुणगान से मतलब है. कांग्रेस की देश विरोधी और संविधान विरोधी मंशा को पूरा देश भलीभांति जानता है.


'इंडिया से डरे हुए हैं पीएम मोदी'
दूसरी ओर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी से सवाल पूछा कि रिपब्लिक ऑफ भारत कहने की क्या जरूरत है? ये नाम तो अंग्रेजी भाषा में है. आधा अंग्रेजी और आधा भारतीय बोलने पर इन्हें क्यों लगता है कि अच्छा हो गया? मुझे लगता है कि पीएम मोदी इंडिया नाम से डरे हुए हैं.


'विदेशियों ने दिया था हिंदू नाम' 
उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, "हिंदू नाम भी विदेशियों ने दिया था. अरब और ईरान के लोग हिंदू कहते थे. वे सिंधू नदी के पास रहने वाले लोगों को हिंदू कहते थे. . इतिहास को गौर से देखेंगे तो हिंदू नाम विदेशी देशों ने दिया है."






राज्यों के संघ पर हमला हो रहा है- जयराम रमेश 
वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, ''तो खबर वाकई सच है. राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को जी-20 डिनर के लिए 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' के बजाय 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' के नाम पर निमंत्रण भेजा है. संविधान का अनुच्छेद 1 कहता है कि  भारत, जो इंडिया था, राज्यों का एक संघ होगा,  लेकिन अब इस 'राज्यों के संघ' पर भी हमला हो रहा है.'


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