JPC for One Nation One Election: 'वन नेशन वन इलेक्शन' पर केंद्र ने गठित की JPC, प्रियंका गांधी, अनुराग ठाकुर समेत 31 सांसद करेंगे मंथन
One Nation One Election: वन नेशन, वन इलेक्शन पर बनी इस जेपीसी में लोकसभा के 21 सदस्यों और राज्यसभा के 10 सांसदों को रखा गया है. इसकी अध्यक्षता भारतीय जनता पार्टी के सांसद पीपी चौधरी करेंगे.
JPC Formed for One Nation One Election Bill: नरेंद्र मोदी सरकार ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) का गठन कर दिया है. 31 सदस्यों वाली इस जेपीसी में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा मनीष तिवारी और अनुराग ठाकुर जैसे बड़े नाम शामिल हैं. इसमें 21 सदस्य लोकसभा से हैं, जबकि 10 राज्यसभा से हैं.
जानकारी के अनुसार, बीजेपी सांसद पीपी चौधरी इस जेपीसी के अध्यक्ष होंगे. समिति में लोकसभा के 21 सांसदों की सूची में अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेता को रखा गया है. ये समिति 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर संसद के अगले सत्र के अंतिम सप्ताह के पहले दिन लोकसभा को एक रिपोर्ट सौंपेगी.
क्या होगा इस समिति का काम?
इस कमेटी का काम इस बिल का अध्ययन करना. इसका मकसद यानी लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव कराने की व्यवहार्यता और रूपरेखा पर गहन विचार करना होगा. तमाम पहलुओं को देखने और गहन विचार करने के बाद यह समिति अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
कौन-कौन है जेपीसी में?
- पी.पी. चौधरी
- डॉ. सी.एम. रमेश
- बांसुरी स्वराज
- परषोत्तमभाई रूपाला
- अनुराग सिंह ठाकुर
- विष्णु दयाल राम
- भर्तृहरि महताब
- डॉ. संबित पात्रा
- अनिल बलूनी
- विष्णु दत्त शर्मा
- प्रियंका गांधी वाद्रा
- मनीष तिवारी
- सुखदेव भगत
- धर्मेंद्र यादव
- कल्याण बनर्जी
- टी.एम. सेल्वगणपति
- जी.एम. हरीश बालयोगी
- सुप्रिया सुले
- डॉ. श्रीकांत एकनाथ शिंदे
- चंदन चौहान
- बालाशोवरी वल्लभनेनी
- राज्यसभा से 10 सदस्य
इस विधेयक को लेकर विपक्ष जता रहा आपत्ति
बता दें कि केंद्र सरकार ने मंगलवार (17 दिसंबर 2024) को लोकसभा में संविधान (129 संशोधन) विधेयक, 2024 यानी ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल पेश किया. विधेयक को पेश करने के पक्ष में 263 सदस्यों ने मतदान किया, जबकि इसके खिलाफ 198 सदस्यों ने मतदान किया. इस विधेयक को लेकर विपक्ष के विरोध के कारण कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इसे जेपीसी के पास भेजने की सिफारिश लोकसभा पति से की थी. इसके बाद इसे जेपीसी को भेजा गया.
ये भी पढ़ें
चीन ने बढ़ाई भारत और अमेरिका की चिंता, परमाणु बमों की संख्या 600 पार, 2030 तक के आंकड़े चौंकाने वाले