JPC Meeting: मुंबई में वक्फ बिल पर संसदीय संयुक्त समिति की मीटिंग गुरुवार (26 सितंबर) को हुई थी. इस बैठक में जमकर हंगामा हुआ था. इस बैठक का विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया था. हालांकि कुछ समय के बाद मीटिंग फिर से शुरू हो सकी. 


इस मीटिंग में विपक्ष की ओर से असदुद्दीन ओवैसी और कल्याण बनर्जी ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान  सत्ता पक्ष की ओर से शिवसेना सांसद नरेश मस्के और निशिकांत दुबे ने विपक्ष के सांसदो के रवैए का विरोध किया. बैठक में स्थिति हाथापाई तक पहुंच गई थी, जिसे बाद में अन्य सांसदों ने शांत कराया. इस दौरान जेपीसी के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने भी बीच बचाव किया. 


जानें क्या है पूरा मामला 


दरअसल, मीटिंग में शिवसेना के सांसद नरेश म्हस्के और टीएमसी के कल्याण बनर्जी आपस में भिड़ गए थे.बैठक में गुलशन फाउंडेशन की ओर से समिति के समक्ष अपनी बात रख रहे थे. तभी कल्याण बनर्जी ने उन्हें रोकने की कोशिश की. इसके बाद दोनों दोनों के बीच तीखी बहस देखने को मिली. इसके बाद विपक्षी दलों के सभी प्रतिनिधियों ने उन्हें बैठक से बाहर निकालने का फैसला किया. हालांकि कुछ देर के बाद एक बार फिर JPC की स्टेक होल्डर के साथ बैठक शुरू हुई थी. 


सत्ता पक्ष के सांसदो ने लगाया ये आरोप


सत्ता पक्ष के सांसदो का आरोप है कि टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी और ओवैसी ने औपचारिक चर्चा के लिए बुलाए गए गवाहों का अपमान किया. कुछ लोग वक्फ बिल के समर्थन में बोलने आए थे, लेकिन बनर्जी ने लोगों पर चिल्लाते हुए उन्हें बैठक से बाहर भेज दिया.


जानें क्या है मोदी सरकार की योजना 


मोदी कैबिनेट ने वक्फ अधिनियम में करीब 40 संशोधनों को मंजूरी दे दी. कैबिनेट वक्फ बोर्ड की किसी भी संपत्ति को "वक्फ संपत्ति" बनाने की शक्तियों पर अंकुश लगाना चाहती है.