नई दिल्ली: सीबीआई के जज लोया की मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ हमलावर है. खबर है कि पार्टी ने बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेताओं से कहा है कि वह इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाए. इसकी बानगी गुरुवार को देखने को मिली. जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया. चौहान उस वक्त एक सभा को संबोधित कर रहे थे. माना जा रहा है कि उनके पास जज लोया पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर फोन आया था.
बीजेपी के आक्रामक रुख पर कांग्रेस ने हमला बोला है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी की एक कथित इंटरनल प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा, ''अंधभक्तों को कोल्हू के बैल की तरह हांकने का नया भाजपाई फरमान. न सोचिये, न जानिए, न समझिए, केवल लिखित आदेशों पर राहुल गांधी और कांग्रेस पर हमला कीजिए, बयान दीजिए, ट्वीट कीजिए. क्योंकि #JudgeLoya की मौत की जांच की मांग को झूठ के शौरगुल में डुबोना है.''
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष जज बीएच लोया की कथित रहस्यमय हालात में मौत के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराने की मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया. जज लोया, सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले की सुनवाई कर रहे थे, जिसके एक आरोपी (अब) बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह थे लेकिन जिन्हें बाद में आरोप मुक्त कर दिया गया था.
आरोप है कि सोहराबुद्दीन शेख को कथित रूप से राज्य प्रायोजित एनकाउंटर में मार दिया गया था. इस मामले के एक आरोपी अमित शाह थे, जो उस समय गुजरात के गृह मंत्री थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे. नवंबर 2014 में न्यायाधीश लोया की मौत के बाद, अमित शाह को बरी कर दिया गया था और सीबीआई ने इसके खिलाफ अपील दायर करने से इनकार कर दिया था.
इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसेल के बाद देश में सियासी पारा चढ़ गया है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर बरसी है. बीजेपी का कहना है कि राहुल को अमित शाह, देश और न्यायपालिका से माफी मांगनी चाहिए.
ध्यान रहे कि राहुल गांधी लगातार जज लोया की मौत पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने आज एक ट्विट में कहा, ''जज लोया के परिवार ने कहा कि अब कोई उम्मीद नहीं बची है, ऐसा लगता है कि सबकुछ पहले से तय था. मैं जज लोया के परिवार से कहना चाहता हूं कि अभी उम्मीद बाकी है. क्योंकि देश के लाखों लोग इस केस की सच्चाई के बारे में जानना चाहते हैं।-. देश जज लोया को भुलाने नहीं देगा.”
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस ने कहा कि यह भारतीय इतिहास का 'सबसे दुखद दिन' है और पार्टी ने मामले की निष्पक्ष जांच की अपनी मांग दोहराई.