Jammu-Kashmir News: श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके दाचीगाम इलाके में सुरक्षाबलों का अभियान तीसरे सप्ताह में प्रवेश कर गया है. यहां पिछले पांच दिनों में छिपे हुए आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच तीन बार गोलीबारी हुई है. सुरक्षा बलों का मानना है कि अत्यधिक प्रशिक्षित विदेशी आतंकवादियों का एक समूह इस क्षेत्र में छिपा हुआ है. इसी वजह से वो अभी तक बचे हुए हैं. इससे पता चलता है कि यह समूह जंगल गुरिल्ला युद्ध से अच्छी तरह वाकिफ है.
20 अक्टूबर को गगनगीर सुरंग पर हुए हमले के लिए जिम्मेदार हमलावरों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किए जाने के बाद 10 नवंबर से दाचीगाम-हरवान-त्राल क्षेत्र में तलाशी अभियान चल रहा है, जिसमें एक डॉक्टर सहित सात लोग मारे गए थे.
10 नवंबर को हुई थी मुठभेड़
10 नवंबर की सुबह-सुबह आतंकवादी समूह के साथ पहली मुठभेड़ श्रीनगर के प्रसिद्ध मुगल गार्डन निशात बाग के ठीक सामने स्थित इश्बर गांव के पास हुई थी. आतंकवादी घेराबंदी से भागने में सफल रहे थे, इस दौरान लेकिन गोलीबारी में फंसे दो ट्रैकर्स को बचाने के लिए सुरक्षा बलों को अभियान रोकना पड़ा था. 2 दिसंबर को घेराबंदी और तलाशी अभियान फिर से शुरू हुआ था. इस दौरान 3 दिसंबर को हुई मुठभेड़ में लश्कर कमांडर जुनैद भट्ट मारा गया था.
दछीगाम नेशनल पार्क को बनाया नया ठिकाना
दछीगाम नेशनल पार्क एक संरक्षित वन क्षेत्र है जो कश्मीरी हिरन-हंगुल के लिए प्रसिद्ध है. यह पार्क पूर्व में ज़ोजिला पश्चिम में दक्षिण कश्मीर के त्राल श्रेत्र, उत्तर में गांदेरबल ज़िले और दक्षिण में श्रीनगर से जुड़ा है. संरक्षित क्षेत्र होने के कारण यहां सुरक्षा बलों की संख्या काफी कम है. जिसका फायदा उठाते हुए आतंकियों ने इस को अपना नया ठिकाना बना लिया है.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "दछीगाम हमेशा से ही आतंकियों के लिए एक सुरक्षित ट्रैक रहा है. लेकिन इस बार चिंता की बात यह है कि आतंकियों का यह समूह इसी क्षेत्र को अपना ठिकाना बनाने में जुट गया है. इसके चलते यह आशंका है कि या तो आतंकी यहां लंबे समय तक रहने की कोशिश में है या फिर श्रीनगर में कोई बड़ी वारदात करने के लिए बेस के तौर पर इस्तेमाल करने की जुगत में है." अधिकारी ने आगे कहा कि समय लगेगा कि हम इन आतंकियों को खत्म कर देंगे.
जुनैद भट्ट गगनगीर इलाके में हुए हमले था शामिल
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, जुनैद भट्ट गांदरबल जिले के सोनमर्ग के गगनगीर इलाके में सुरंग खोदने वाली कंपनी के शिविर स्थल पर हमले में शामिल था. जुनैद के साथ एक पाकिस्तानी आतंकवादी भी हमले के दौरान सीसीटीवी में कैद हुआ था. इसके अलावा सुरक्षा बलों को दाचीगाम इलाके में कम से कम दो और आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में जानकारी मिली है.
ऑपरेशन से जुड़े एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने कहा, "जुनैद और एक पाकिस्तानी गगनगीर हमले में शामिल थे. हमें समूह की मौजूदगी के बारे में विश्वसनीय जानकारी थी क्योंकि वे दक्षिण कश्मीर की ओर बढ़ रहे थे."
'चेतावनी शॉट फायर किए'
संयुक्त बलों की एक और पार्टी ने शुक्रवार (14 दिसंबर) को दाचीगाम के ऊपरी क्षेत्र में संभावित आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए चल रहे अभियान के तहत दर्जनों चेतावनी शॉट फायर किए. आस-पास के हरवान और धारा इलाकों के स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने शुक्रवार दोपहर को दर्जनों गोलियों की आवाज सुनी, जो शाम तक जारी रही.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कही ये बात
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मुठभेड़ की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष इनपुट के बाद चेतावनी शॉट फायर किए. लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी जुनैद भट के मारे जाने के बाद आस-पास के इलाकों में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है. जबकि लंबे समय तक चले तलाशी अभियान के दौरान एक सैनिक की हृदय गति रुकने से मौत हो गई.