Junaid Nasir Murder Case Update: हरियाणा पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर मंगलवार (21 फरवरी) को राजस्थान पुलिस के लगभग 30 से 40 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ये मामला हरियाणा (Haryana) में दो लोगों (जुनैद और नासिर) को अगवा करने और उनकी हत्या से जुड़ा है. इस मामले के गिरफ्तार आरोपियों में से एक श्रीकांत पंडित (Srikant Pandit) की मां ने आरोप लगाया है कि राजस्थान पुलिसकर्मियों की पिटाई के कारण उनकी बहू के गर्भ में पल रहे शिशु की मौत हुई.
राजस्थान पुलिस की एफआईआर में आरोपी बनाए गए व्यक्ति श्रीकांत पंडित की मां दुलारी देवी ने आरोप लगाया कि पिटाई के कारण उनकी बहू के गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई. हालांकि, राजस्थान पुलिस ने महिला के आरोपों से इनकार किया है. श्रीकांत पंडित दो लोगों का अपहरण और हत्या किए जाने के मामले में आरोपी है. पंडित बजरंग दल के स्थानीय नेता मोनू मानेसर के नेतृत्व वाले गौरक्षा दल का सदस्य है.
मामले में गर्भपात की धाराएं लगाई
नूंह के एसपी वरुण सिंगला ने कहा कि अभियोग पंजीकृत किया गया है. मामले में गर्भपात की धाराएं लगाई गई हैं. शिकायत के आधार पर 30-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है. अधिकारी ने कहा कि बच्चे की मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है क्योंकि फोरेंसिक लैब से विसरा जांच रिपोर्ट का इंतजार है. मृत पैदा हुए शिशु की मौत के सही कारण का पता लगाने के लिए उसके शव को पुलिस और परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में रविवार को खोद कर बाहर निकाला गया था.
पंडित की मां ने लगाए ये आरोप
पंडित की मां ने ये भी आरोप लगाया कि राजस्थान पुलिस के लगभग 40 कर्मी जबरन उनके घर में घुसे, उन्हें गाली दी और उसके दो अन्य बेटों को भी जबरन अपने साथ ले गई. इससे पहले राजस्थान में भरतपुर के पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने दावा किया था कि राजस्थान और हरियाणा पुलिस के कर्मी पंडित के घर तो गए थे, लेकिन वे घर के अंदर नहीं घुसे थे.
राजस्थान पुलिस ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
श्याम सिंह ने कहा था कि आरोपी वहां मौजूद नहीं था. उसके दो भाई घर से बाहर आए और पूछताछ के बाद उन्हें जाने दिया गया. महिला की ओर से लगाए गए आरोप गलत हैं. उनके परिवार का सदस्य आरोपी है इसलिए वे आरोप लगा रहे हैं. गौरतलब है कि गुरुवार को हरियाणा के भिवानी (Bhiwani) में लोहारु में दो लोगों के शव मिले थे. दोनों शवों की पहचान जुनैद (Junaid) और नासिर (Nasir) के रूप में हुई थी जिन्हें राजस्थान के भरतपुर से अगवा किया गया था.
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