आसमान में आज दिखेगा अनोखा नज़ारा, 397 साल बाद बृहस्पति और शनि गृह आएंगे एक दूसरे के इतने करीब
इस घटना को लोग अपने घरों से भी शाम साढ़े 6 बजे से सात बजे तक अपनी आंखों से देख सकेंगे. शीतकालीन संक्रांति में सूर्य का प्रकाश कम पड़ने के कारण दिन छोटा और रात लंबी होती है.
चेन्नई: 21 दिसंबर को आकाश में अनोखी खगोलीय घटना देखने को मिलेगी. इस साल के खत्म होते होते एक अनोखी घटना 'ग्रेट कॉनजंक्शन' के लिए आप तैयार हो जाइए, जब हमारे सौर मंडल के दो ग्रह बृहस्पति और शनि एक-दूसरे के सबसे करीब आते दिखाई देंगे. 397 साल बाद ये दोनों ग्रह आसमान में एक दूसरे को छूते हुए नजर आएंगे.
एक्स्पर्ट के अनुसार वर्ष 1623 के बाद अब ऐसा अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा. यह महज संयोग है कि वर्ष 2020 के सबसे छोटे दिन 21 दिसंबर को ये नजारा हमें देखने को मिलेगा. 21 दिसंबर के बाद यह बड़ी खगोलीय घटना फिर 60 साल बाद 15 मार्च 2080 को होगी. बृहस्पति और शनि ग्रह एक-दूसरे के इतने करीब आ रहे हैं कि इनके बीच की दूरी सिर्फ 0.1 डिग्री ही रह जाएगी.
इस घटना को लोग अपने घरों से भी शाम साढ़े 6 बजे से सात बजे तक अपनी आंखों से देख सकेंगे. शीतकालीन संक्रांति में सूर्य का प्रकाश कम पड़ने के कारण दिन छोटा और रात लंबी होती है.
अगले साल 13 जुलाई 2021 को शुक्र और मंगल ग्रह में 0.5 डिग्री, पांच अप्रैल 2022 को मंगल और शनि के बीच 0.3 डिग्री, 30 अप्रैल 2022 को शुक्र और बृहस्पति में 0.2 डिग्री और 29 मई 2022 को मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच 0.6 डिग्री की ही दूरी होगी.
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