मौसम के लिहाज से दिल्ली इस बार बहुत अच्छा रहा. दिल्ली की गर्मी पसीना छुड़ाने वाली होती है लेकिन इस बार सिर्फ एक दिन ऐसा रहा जिस दिन यहां लू चली. यानी अन्य सालों की अपेक्षा इस साल दिल्ली ठंडा रहा. 10 सालों में ऐसा पहली बार हुआ कि गर्मी के मौसम में सिर्फ एक दिन लू वाला दिन रहा. दिल्ली में इस बार मानसून भी समय से पहले आ गया है, इसलिए अब लू चलने की कोई आशंका भी नहीं है. इससे पहले मार्च और जून के बीच सिर्फ एक लू वाला दिन 2011 में रहा था. उसके बाद इस साल ऐसा हुआ कि सिर्फ एक दिन लू चली.


अब लू की आशंका नहीं  
इस साल 29 मार्च को दिल्ली में लू चली थी. इसके बाद से अब तक कोई दिन लू नहीं चली. चूंकि मानसून दस्तक देने ही वाला है, इसिलए मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों का मानना है कि 2021 से पहले अब शायद ही इस साल किसी दिन लू चलें. भारतीय मौसम विज्ञान के अनुसार लू चलने के लिए 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान होना चाहिए या सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री तापमान ज्यादा हो या 45 डिग्री से ऊपर हो.


मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 29 मार्च को 40.1 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया जो सामान्य से 8 डिग्री ज्यादा था. परिभाषा के अनुसार यह गंभीर हीटवेव था. हालांकि अप्रैल में 28 तारीख को सबसे ज्यादा तापमान रिकॉर्ड किया गया लेकिन इस दिन सामान्य से सिर्फ चार डिग्री तापमान ही ज्यादा था, इसलिए इसे हीटवेव नहीं माना गया. मई का महीना अपेक्षाकृत बहुत कम गर्मियों वाला था. मई में अधिकतम तापमान 41 डिग्री रहा.  


 2014 में सबसे गर्मी वाला दिन 
इससे पहले 2011 में एक दिन लू चली थी जबकि 2012 में 5 दिन लू के थपेड़ों ने दिल्ली को परेशान किया. पिछले 10 सालों में 2014 में सबसे ज्यादा गर्मी वाला मौसम रहा. इस साल दिल्ली में 7 दिन लू चली. 2021 से पहेल 2016 में भी सिर्फ दो दिन लू चली थी. यानी इस साल भी दिल्ली में कम गर्मी पड़ी. इस प्रकार 2018 में 3 2019 में 5 और 2020 में 4 दिन लू वाला रहा. पिछले साल भी दिल्ली में भीषण गर्मी पड़ी थी. 
 


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