नई दिल्ली: दिल्ल के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज एक दिन के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था. विधानसभा के इस विशेष सत्र में ईवीएम में गड़बड़ी दिखाने के लिए पूरी तैयारी की गई थी. आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने एक EVM के जरिए डेमो कर दिखाया कि किस तरह सीक्रेट कोड के जरिए EVM में छेड़छाड़ हो सकती है.
आप ने दिया EVM टेंपरिंग का डेमोः '90 सेकेंड में मशीन को हैक किया जा सकता है'
सौरभ मिश्रा ने विधानसभा में ईवीएम जैसी दिखने वाली एक मशीन को सीक्रेट कोड के जरिए हैक करके दिखाया. उन्होंने दिखाया कि कैसे ईवीएम में पड़ने वाला हर वोट किसी एक पार्टी को ट्रांसफर हो सकता है.
कांग्रेस-बीजेपी के अलावा कपिल मिश्रा ने उठाए सवाल
विधानसभा में इस डेमो के बाद अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी एक बार फिर विरोधियों के निशाने पर आ गए. कांग्रेस और बीजेपी के अलावा उनकी पार्टी के निलंबित विधायक और पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने भी सवाल खड़े किये हैं.
जिसके नाम पर वोट मिलना बंद, उसी के लिए तमाशा
कपिल मिश्रा ने कहा, ''मेरे इलाके में चुनाव लड़ रहे लोगों ने मुझसे कहा कि अरविंद जी से कहिए कि ववो फोन ना करें. लोग उनकी आवाज सुनकर वोट नहीं देते. एक आदमी जिसके नाम पर वोट मिलना बंद हो गया है सिर्फ उसकी इज्जत बचाने के लिए ये तमाशा किया जा रहा है.''
आप चुनाव नहीं जीत रहे इसलिए सवाल खड़े कर रहे
कपिल मिश्रा ने कहा, ''देश में सबसे बड़ा लोकतंत्र है, हमारे यहां होने वाले चुनावों को लोग विदेश से आकर देखते हैं. हमारे लोकतंत्र की दुनिया में बहुत इज्जत है. सिर्फ आप चुनाव नहीं जीत पा रहे इस लिए आप पूरे लोकतंत्र पर, चुनाव पर सवाल खड़े कर देते हो.''
कल को जनता से कह देंगे कि तुम्हारी उंगली में गड़बड़ है
कपिल मिश्रा ने कहा, "मैं केजरीवाल जी सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि हम भी इसी ईवीएम से 67 सीट पर चुनाव जीत कर आए थे. अगर हमारा चुनाव भी गलत है तो अरविंद केजरीवाल पूरी दिल्ली में कोई भी सीट चुन लें, मेरी करावल नगर या अपनी नयी दिल्ली, बैलट पेपर से चुनाव से चुनाव करा लें. उनके नाम पर वोट नहीं मिल रहे हैं. वो शुतर्मुर्ग बन रहे हैं. कल को जनता से ही कह देंगे कि तुम्हारी उंगली में गड़बड़ है.''
ईवीएम में सीक्रेट कोड का इस्तेमाल नहीं होता- चुनाव आयोग सूत्र
सूत्रों के हवाले से खबर है कि चुनाव आयोग ने कहा है कि ईवीएम में किसी भी तरह के सीक्रेड कोड का इस्तेमाल ही नहीं होता है. आम आदमी पार्टी ने जिस ईवीएम का इस्तेमाल किया वो पहले से प्रोग्राम किया गया था. ईवीएम का मदर बोर्ड कोई आम आदमी नहीं खोल सकता.