MP उप चुनाव: ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम बीजेपी के स्टार प्रचारकों में 10वें नंबर पर, कांग्रेस बोली- क्या हालत हो गई
मध्य प्रदेश में होने वाले उप चुनावों में बीजेपी ने अपने 40 स्टार कैंपेनरों की लिस्ट निकाली. इसमें कांग्रेस से बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम 10वें नंबर पर लिखा है. इसे लेकर कांग्रेस ने सिंधिया पर तंज कसा है.
भोपाल: मध्य प्रदेश में उप चुनावों के मद्देनजर बीजेपी ने अपने स्टार प्रचारको की लिस्ट जारी कर दी है. कांग्रेस से बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम इस लिस्ट में 10वें नंबर पर है. इस पर उनकी पुरानी पार्टी कांग्रेस ने तंज कसा है कि मतलब निकल जाने के बाद बीजेपी ने सिंधिया को किनारे कर दिया है.
कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा, ‘भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में सिंधिया का एक भी समर्थक शामिल नहीं, खुद सिंधिया का नाम 10वें नंबर पर. कल डिजिटल रथ से भी गायब थे. कांग्रेस में चुनाव अभियान समिति के प्रमुख थे. क्या हालत हो गई भाजपा में? भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर भी गायब हैं?’
28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में प्रचार के लिए भाजपा ने अपने 30 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का नाम भी नहीं है. माना जा रहा है कि उपचुनाव प्रचार में केंद्रीय नेतृत्व दूरी बनाकर चल रहा है. लिस्ट में भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर का नाम भी नहीं है, लेकिन स्थानीय नेता इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
कांग्रेस के मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने भाजपा से सवाल किया है कि क्या मोदीजी अपनी अपील खो चुके हैं. मध्यप्रदेश की भाजपा ने मोदीजी को स्टार प्रचारक क्यों नहीं माना है? इसी तरह भाजपा जिस हीरे को कांग्रेस में से तलाश कर लाई थी और जिसका मुख्यमंत्री जी रोज झुक-झुक कर मंच से सजदा करते हैं कि सिंधिया नहीं होते तो मेरी सरकार नहीं बनती, आज उन्हें भी सूची में आखिरी में डाल रखा है. ऐसा लगता है कि भाजपा के सारे स्टार अपनी आभा खो चुके हैं. कांग्रेस तो पहले से ही जानती थी कि भाजपा का काम उपयोग करो और फेंको. लगता है कि सिंधिया का उपयोग वहां पूरा हो चुका है.
दिग्विजय के प्रचार से गायब होने पर सिंधिया ने कसा था तंज ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी सभाओं में पूर्व सीएम दिग्विजय के चुनाव प्रचार से गायब होने पर लगातार तंज कस रहे हैं. पिछले दिनों सिंधिया ने कहा था कि चुनाव आते हैं तो बड़ा भाई (दिग्विजय सिंह) पर्दे के पीछे हो जाता है. चुनाव हो जाते हैं तो इसके बाद डोरी बड़े भाई के हाथ में आ जाती है. सिंधिया का कहना था कि 2018 के विधानसभा चुनाव में भी यही हुआ था और अब 2020 में भी यही हो रहा है. सिंधिया ने चुनौती भी दी थी कि दिग्विजय लगातार प्रचार करें. वे जितने दौरे करेंगे, लोग उतने ही बीजेपी के साथ जुड़ेंगे.