Jyotiraditya Scindia : 'कांग्रेस की झूठ, लूट और सूट की सरकार थी', बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया, राहुल गांधी पर भी दिया बयान
Jyotiraditya Scindia On Congress : ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में राहुल गांधी ने हर मंच से किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, लेकिन एक भी किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ.
MP Election 2023: इस साल के आखिर में मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी पारा लगातार बढ़ता जा रहा है. सभी पार्टियां पूरा दमखम लगाकर चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं. बीजेपी अपनी सरकार बचाने की कवायद में है तो कांग्रेस तख्ता पलट कर सत्ता में वापसी के लिए मोहरे सजा रही है.
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पार्टी के बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए एक नारा विकसित किया है, "शिवराज, महाराज, नाराज..."
इसमें महाराज शब्द को सिंधिया से जोड़कर देखा जा रहा है. इस पर सिंधिया ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि जो लोग ऐसी बातें कर रहे हैं वे 'झूठ, लूट और सूट की सरकार में भरोसा करते हैं.
'एमपी बन रहा विकसित राज्य'
न्यूज एजेंसी एएनआई से खास बातचीत में सिंधिया ने कहा कि जिन लोगों ने ऐसी तुकबंदी की है वे झूठ, लूट और सूट की सरकार में भरोसा करते हैं. सिंधिया ने कहा, "वे लोग (कांग्रेस) 15 महीने तक शासन में रहे तो उन्होंने केवल और केवल कार्पोर्टाइजेशन किया. सिस्टम से रुपये की उगाही की, लेकिन बीजेपी शासन में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बीमारू राज्य से मध्य प्रदेश बड़े पैमाने पर विकसित राज्य बनकर उभरा है."
राहुल गांधी पर साधा निशाना
2018 के विधानसभा चुनाव के समय अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस और राहुल गांधी के एक चुनावी वादे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "वह कहते थे कि कांग्रेस का कहना साफ, हर किसान का कर्जा माफ. वह हर मंच से कहा करते थे कि सरकार बनने के 10 दिनों के अंदर अगर किसानों का कर्ज माफ नहीं किया तो हम मुख्यमंत्री को बदल देंगे. लोगों ने 10 दिन, 6 महीने उसके बाद 15 महीने तक इंतजार किया. एक भी किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ.
कांग्रेस के बड़े नेता रह चुके हैं सिंधिया
इसके पहले 2018 के विधानसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के नेता थे. उन्होंने पार्टी के लिए खूब काम किया था, जिसके बाद चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई थी, लेकिन पार्टी ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाया. इसके बाद सिंधिया के नाराज होने के चर्चे थे.
बीजेपी में जाने से पहले मार्च 2020 में उन्होंने कांग्रेस के उन 22 बागी विधायकों का नेतृत्व किया, जिन्होंने बीजेपी ज्वाइन की थी. इसकी वजह से कमलनाथ सरकार गिर गई थी और बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बार फिर यहां सरकार बनाई थी.
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