नई दिल्ली: राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर बहुत बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सिंधिया कभी भी मेरे घर आ सकते थे. राहुल ने कहा कि वे कांग्रेस के एकलौते ऐसे सदस्य थे जो कभी भी उनके घर आ सकते थे. दरअसल, खबरों में ऐसा कहा गया कि राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से सिंधिया ने मिलने का समय मांगा लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने ये बात कही.
राहुल गांधी ने मिलने का समय न देने की खबरों को गलत बताया. बता दें कि आज बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में सिंधिया ने बीजेपी का दामन थाम लिया. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पहले जैसी पार्टी नहीं रही.
मध्य प्रदेश की सियासत पर क्या बोले राहुल गांधी?
इससे पहले राहुल गांधी ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए कहा कि आप एक निर्वाचित कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने में व्यस्त हो, वैश्विक तेल की कीमतों में 35% की कमी दर्ज की गई है और आप इसे नोटिस करने में चूक गए होंगे. क्या आप भारतीयों को कच्चे तेल में रेट की कमी का फायदा देंगे और पेट्रोल का दाम 60 रुपये से नीचे लाएंगे.
कांग्रेस में नए नेतृत्व को मान्यता नहीं- सिंधिया
बीजेपी में शामिल होने के बाद सिंधिया ने मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंन कहा कि राज्य में तबादला उद्योग चल रहा है. इसके साथ ही उन्होंने वे तीन अहम कारण बताए जिसकी वजह से उन्होंने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में वास्तिवकता को स्वीकार नहीं किया जा रहा है. नए नेतृत्व को मान्यता नहीं मिल रही और मध्य प्रदेश को लेकर जो सपना देखा था वो पूरा नहीं हो पा रहा था.
18 महीने बाद भी किसानों की कर्जमाफी नहीं- सिंधिया
सिंधिया ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में ‘‘एक सपना हमने पिरोया था, जब वहां सरकार बनी. लेकिन 18 महीने में वो सारे सपने बिखर गए. चाहे वो किसानों के ऋण माफ़ करने की बात हो, पिछले फसल का बोनस न मिलना हो... ओलावृष्टि से नष्ट फसल आदि का भी मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया है .’’ उन्होंने बीजेपी में शामिल होने पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को धन्यवाद दिया.