नई दिल्ली: राजस्थान कांग्रेस में झगड़ा बढ़ गया है. डिप्टी सीएम सचिन पायलट इस बार आर पार की लड़ाई के मूड में दिख रहे हैं. इस बीच बीजेपी के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ये दिख रहा है कि सचिन पायलट को दरकिनार किए जाने को देखकर दुख होता है. कांग्रेस में प्रतिभा और क्षमता की कम अहमियत है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘’ये देखकर बेहद दुख हो रहा है कि मेरे पूर्व सहयोगी सचिन पायलट को भी राजस्थान के सीएम द्वारा सताया जा रहा है और दरकिनार कर दिया गया है. ये दिखाता है कि कांग्रेस में प्रतिभा और योग्यता पर कम विश्वास किया जाता है.''
बता दें कि राजस्थान में सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत के बीच टकरार बढ़ती चली जा रही है. पायलट के समर्थकों को का कहना है कि अब अशोक गहलोत के साथ काम करना मुश्किल हो गया है. दरअसल, पायलट के करीबी सूत्रों का कहना है कि अपनी ही सरकार को अस्थिर करने की कथित कोशिश की जांच में पूछताछ के लिये पेश होने का उप मुख्यमंत्री को पत्र भेजे जाने से सारी हदें पार हो गई हैं.
उधर सूत्रों ने ये भी बताया कि पायलट के खेमे के 41 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. पायलट के साथ 38 कांग्रेस और तीन निर्दलीय विधायक हैं. राज्य में हो रही इस सियासी झगड़े पर सभी की नजर और चर्चाओं का बाजार गर्म है.
हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि पार्टी एक जुट है. राजस्थान कांग्रेस के इंजार्च अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस मजबूती से साथ काम कर रही है. सभी विधायकों का पार्टी और सीएम अशोक गहलोत पर भरोसा और विश्वास है. उन्होंने इस स्थिति के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है.
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