नई दिल्ली: लोकसभा के चुनाव में हारने के बाद आज पहली बार ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवपुरी पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि हार में कुछ ग़लती उनकी भी रही होगी जिसको लेकर वह आत्म-मंथन करेंगे. सिंधिया से मिलने के लिए आज सुबह से ही उनके पुश्तैनी निवास बॉम्बे कोठी पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और अधिकारियों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई थी. पहले से ही मंत्री, विधायक और नगर पालिका के अध्यक्ष वहां मौजूद थे.


सिंधिया करीब 11 बजे कोठी से बाहर आए. तमाम लोग पैर छूने और माला पहनाने की कतार में लग गए. कुछ देर बाद सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय रवाना हो गए. वहां भी यही आलम दिखाई दिया. कार्यकर्ताओं की इतनी ज्यादा उपस्थिति के बावजूद सिंधिया के चेहरे पर रौनक नहीं थी. साफ नजर आ रहा था कि वह हार की कसक और पीड़ा से अभी उभर नही पाए हैं.


वही शाम 5 बजे तक उन्होंने शिवपुरी जिले के कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष, मण्डल अध्यक्ष और सेक्टर प्रभारियों की मीटिंग की और हार के कारण जानने की कोशिश की. वही सिंधिया से मुलाकात के दौरान कुछ कार्यकर्ता उनके सामने उनकी शिवपुरी गुना लोकसभा में हुई हार के दुख में रोने लगे और सिंधिया ने उन्हें सांत्वना भी दी.


कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के बाद सिंधिया बाहर आये तो उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा, ''जनता का जनादेश सिरमाथे है. जनता के लिए मैंने वर्षों काम किया है एक सांसद के नाते भी और एक नागरिक के नाते भी. आगे भी करता रहूंगा. मेरी हार में जरूर कमियां रही होंगी,कुछ ग़लती मेरी भी रही होगी जिनका आत्म-मंथन करेंगे. कारण जो भी हों,कमियां सुधारेंगे.''


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