Women Reservation: बीआरएस नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी के. कविता की महिला आरक्षण विधेयक के मुद्दे पर बुलाई गए गोलमेज सम्मेलन की बैठक में 13 विपक्षी दलों के नेता बुधवार (15 मार्च) को शामिल हुए. इस दौरान सभी ने संसद के बजट सत्र में इसे पास करने की मांग की.
मीटिंग में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल ने मांग की कि महिला आरक्षण में पिछले वर्ग और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को कोटा मिले. कविता ने इस दौरान कहा कि बीआरएस महिला आरक्षण में 'कोटा के अंदर ही कोटा' पर विश्वास करती है.
कौन-कौन मीटिंग में शामिल हुआ?
सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम, डीएमके सांसद टी सुमथी, सपा सांसद एसटी हसन, जेएमएम सांसद महुआ मांजी, आरजेडी सांसद मनोज झा, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, आप सांसद राघव चड्ढा और आरएसपी सांसद एनके प्रेमचंद्रन बैठक में शामिल हुए.
किसने क्या कहा?
एसटी हसन ने कहा कि हम महिला आरक्षण बिल का समर्थन करते हैं, लेकिन दलित, आदिवासियों और पिछड़े वर्ग से आने वाली आरक्षण में आरक्षण मिलना चाहिए है. के. कविता ने कहा कि भारत के विकास में महिलाओं का योगदान काफी अहम है. ऐसे में आरक्षण मिलना चाहिए है.
कांग्रेस और बीजेपी ने क्या कहा?
बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता ने काफी लंबे समय से लंबित महिला आरक्षण विधेयक को संसद के इस बजट सत्र में पारित कराने की मांग को लेकर 10 मार्च को दिल्ली में भूख हड़ताल का नेतृत्व किया था.
कांग्रेस और बीजेपी (भाजपा) ने आरोप लगाया था कि विधेयक के समर्थन में बीआरएस विधान पार्षद (एमएलसी) की भूख हड़ताल दिल्ली आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने उनकी पेशी से ध्यान हटाने की कोशिश है. कविता दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े धनशोधन मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए 11 मार्च को नौ घंटे के लिए ईडी के सामने पेश हुईं.
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