K. T. Rama Rao Targets Bjp For Windfall Tax: केंद्र सरकार ने कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स कम करने का ऐलान किया है, जिसको लेकर तेलंगाना के मिनिस्टर ने बीजेपी को घेरा है. तेलंगाना (Telangana) के इंडस्ट्री मिनिस्टर के.टी. राम राव (K.T.Rama Rao) ने कहा, नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार कॉर्पोरेट कंपनियों के हित में काम कर रही है न कि देश के आम आदमी के लिए.
सरकार ने घरेलू कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स 4900 रुपये प्रति टन से घटाकर 1,700 रुपये टन कर दिया हैं. इस पर आरोप लगाते हुए के.टी. राम राव ने कहा, केंद्र सरकार ने पेट्रोल की कीमतें कम नहीं कीं, लेकिन इनसे कॉर्पोरेट कंपनियों से किए भुगतान करों को कम कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि कॉर्पोरेट कंपनियां केंद्र सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता हैं.
के.टी. राम ने केंद्र सरकार से किया सवाल
इंडस्ट्री मिनिस्टर के.टी. राम राव ने कहा, डिस्काउंट प्राइस पर कच्चे तेल का इंपोर्ट करने से 35,000 करोड़ रुपये की बचत हुई और इसका फायदा केवल दो से तीन कंपनियों को हुआ. उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट कंपनियां रूस से खरीदे गए कच्चे तेल को रिफाइंड करती हैं और दूसरे देशों को बेचा करती हैं. उन्होंने यह जानने की मांग की कि केंद्र सरकार ने रूस से खरीदे गए कच्चे तेल के इंपोर्ट की इजाजत क्यों दी? देश के भीतर इसका इस्तेमाल क्यों नहीं किया? मंत्री ने सवाल किया कि भारतीय नागरिकों को इससे कोई लाभ नहीं हुआ और कंपनी का मुनाफा कौन उठा रहा है.
2014 से तेलंगाना में नहीं बढ़ाया गया था वैट
पेट्रोल की ऊंची कीमतों के लिए केंद्र सरकार ने तेलंगाना जैसे राज्यों को दोषी ठहराए जाने पर के.टी. राम ने कहा कि केंद्र का लगाया गया उपकर बढ़ोतरी का कारण है. मंत्री ने कहा कि सेस के रूप में 30 लाख करोड़ रुपए एकत्र किए गए. उन्होंने यह भी कहा, 2014 से तेलंगाना में वैट नहीं बढ़ाया गया था. के.टी. राम राव ने कहा कि अगर केंद्र सेस हटाता है तो पेट्रोल की कीमत 70 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 60 रुपये प्रति लीटर हो सकती है.