K Vijay Kumar: चंदन तस्कर वीरप्पन को मारने वाले दिग्गज पुलिस अधिकारी के. विजय कुमार ने निजी कारणों से गृह मंत्रालय (MHA) के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के पद से इस्तीफा दे दिया है. कुछ समय पहले निजी कारणों से इस्तीफा देने वाले कुमार ने दिल्ली में अपना आवास भी खाली कर दिया है और चेन्नई चले गए हैं. उन्होंने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं अब चेन्नई में रहता हूं. मैंने निजी कारणों से MHA में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.’’


विजय कुमार ने जताया आभार


कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, MHA अधिकारियों और सभी प्रदेशों के पुलिस बलों के प्रमुखों के लिए उनके कार्यकाल के दौरान सहयोग के लिए आभार जताया. वह खास तौर से वामपंथी कट्टरवादियों और जम्मू-कश्मीर के मसलों पर सरकार को सलाह दे रहे थे.


जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार भी रहे


विजय कुमार भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 1975 बैच के अधिकारी रह चुके है. 2010 में दंतेवाड़ा में 70 CRPF जवानों के शहीद होने के बाद उन्हें इस बल की कमान सौंपी गई थी. कुमार को 2012 में MHA में पोस्टिंग मिली थी. वह इसी साल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल( CRPF) के महानिदेशक के पद से रिटायर हुए थे. वह जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार भी रहे और 2019 में फिर गृह मंत्रालय में वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार बने.


वीरप्पन को मारने वाले टीम का हिस्सा थे


कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन को मार गिराने वाले के विजय कुमार 1975 बैच के तमिलनाडु कैडर के अधिकारी हैं. वह आतंक का पर्याय बन चुके वीरप्पन को मार गिराने वाले टीम के हिस्सा भी थे. तब वह Special Task Force (STF) के प्रभारी थे और उनके नेतृत्व में ही STF ने सफलतापूर्वक वीरप्पन को मार गिराने के अभियान को अंजाम दिया था.


संभाल चुके है अहम जिम्मेदारियां


विजय कुमार इससे पहले भी केंद्रीय बलों में भी कई जिम्मेदारियां अच्छे से संभाल चुके हैं. साल 2010 में जब नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में CRPF के  75 जवानों की हत्या की थी, तब विजय कुमार को CRPF का DG बनाया गया. इससे पहले वह साल 1998 से 2001 तक सीमा सुरक्षा बल में इंस्पेक्टर जनरल (IG) के पद पर तैनात रहे.


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