गोरखपुर के चर्चित चिकित्सक डॉ कफील खान को देवरिया-कुशीनगर स्थानीय निकाय विधान परिषद सदस्य के होने वाले चुनाव में समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है. डॉ. कफील को गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर निलंबित किया गया था. कफील खान सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. उन्होंने आज ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की और गोरखपुर हॉस्पिटल ट्रेजडी पर लिखी पुस्तक भेंट की.


कफील खान ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने और यूपी-बिहार बॉर्डर पर एक अस्पताल बनाने का सपना है. अगर वो जीत जाते हैं और सरकार के सहयोग की ज़रूरत पड़ती है तो उन्हें मुख्यमंत्री योगी से मिलकर मदद मांगने में कोई गुरेज़ नहीं है.






उत्तर प्रदेश की 100 सदस्यीय विधान परिषद में वर्तमान में बीजेपी के 35 सदस्य, सपा के 17 और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के चार सदस्य हैं. उत्तर प्रदेश विधान परिषद में कांग्रेस, अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी के एक-एक सदस्य हैं. फिलहाल 37 सीटें खाली हैं.


निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक, उच्च सदन की 36 सीटें 35 स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्रों में फैली हुई है, जहां नौ अप्रैल को एक साथ मतदान होगा और 12 अप्रैल को मतगणना होगी. स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से जीते सदस्यों का कार्यकाल पिछले सात मार्च को समाप्त हो गया था.


इस चुनाव में ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत के सदस्य और प्रखंड प्रमुख, जिला पंचायत के सदस्य और अध्यक्ष, नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद और नगर निगमों के पार्षद तथा अध्यक्ष मतदाता होंगे और इनके अलावा विधायक और सांसद अपने मत का प्रयोग करते हैं.


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