काठमांडू: कैलाश मानसरोवर की यात्रा में लौटते वक्त खराब मौसम की वजह से नेपाल के पर्वतीय सिमीकोट क्षेत्र से फंसे 340 से अधिक भारतीय तीर्थयात्रियों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. तीर्थस्थान से लौटते समय नेपाल में फंसे लोगों को निकालने के लिये विमानों और हेलीकाप्टरों का प्रयोग किया जा रहा है.


बचाए गए लोगों को भारतीय सीमा के करीब स्थित दो नगरों नेपालगंज और सुर्खेत ले जाया गया जहां बेहतर चिकित्सा और आधारभूत सुविधाएं हैं. भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, 21 विमानों, दो निजी हेलीकाप्टरों की मदद से कुल 342 तीर्थयात्रियों को आज सिमीकोट से नेपालगंज और सुर्खेत पहुंचाया गया.

सिमीकोट से दूतावास के एक अधिकारी ने कहा कि तिब्बत सीमा के पास हिल्सा में फंसे श्रद्धालुओं की संख्या अब न के बराबर है. अधिकारी ने कहा कि सुर्खेत और नेपालगंज पहुंचाए गए कई तीर्थयात्री भारत रवाना हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी राज्य परिवहन बसों को लगाकर प्रक्रिया में मदद की है. भारतीय दूतावास ने कहा था कि कल हिल्सा से 275 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला गया. इससे बीते तीन दिन में सुरक्षित पहुंचाये गये लोगों की संख्या 675 हो गई थी.