नई दिल्ली: बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा के नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान की नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कड़ी आलोचना की है. नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित और बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि प्रज्ञा ने महात्मा गांधी के आत्मा की हत्या की है. उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने के कारण बीजेपी उन्हें पार्टी से तत्काल बाहर निकलकर राजधर्म निभाए.





नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने कहा, "गोडसे ने गांधी के शरीर की हत्या की थी, परंतु प्रज्ञा जैसे लोग उनकी आत्मा की हत्या के साथ, अहिंसा, शांति, सहिष्णुता और भारत की आत्मा की हत्या कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'गांधी हर सत्ता और राजनीति से ऊपर हैं. बीजेपी नेतृत्व छोटे से फ़ायदे का मोह छोड़ कर उन्हें तत्काल पार्टी से निकाल कर राजधर्म निभाए."


गौरतलब है कि भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ने कुछ दिन पहले एक सवाल के जवाब में कहा था, "महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे सबसे बड़े देशभक्त थे और जो लोग उन्हें आतंकवादी कहते हैं, वे अपने गिरेबां में झांककर देखें." हालांकि, उनके बयान से बीजेपी ने पल्ला झाड़ लिया था और विवाद बढ़ता देख प्रज्ञा ठाकुर ने भी अपने बयान पर माफी मांग ली थी.


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