पश्चिम बंगाल में जल्द चुनाव होने वाले है जिसको लेकर रोजाना राजनीतिक पार्टियों में गरमागर्मी देखने को मिल रही है. बीजेपी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए ये कह दिया है कि उनके अहंकार के चलते नेता पार्टी छोड़ने को मजबूर हो गये हैं.


दरअसल, एक ओर ममता सरकार अपनी जीत का ढंका बजा रही हैं तो वहीं, बीजेपी और कांग्रेस चुनाव में जीत हासिल करने के लिये पूरा जोर लगा रहे हैं. सभी पार्टियों के बड़े-बड़े नेता बंगाल पहुंच जनता को लुभाने का काम कर रहे हैं. बीजेपी के पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजवर्गीय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, "टीएमसी में जो भी नेता पार्टी छोड़ अन्य पार्टियों में शामिल हो रहा है उसकी केवल एक ही वजह है, ममता का अंहकार." कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, "ममता दीदी का अंहकार उन्हीं के लिये भारी साबित पड़ रहा है. उन्हीं के नेता पार्टी छोड़ अन्य दलों में शामिल हो उन्हीं के खिलाफ खड़ें हो रहे हैं."


इसके अलावा कैलाश विजयवर्गीय ने साफ कह दिया कि बीजेपी पार्टी इस वक्त बिना मुख्यमंत्री चेहरे के चुनाव में उतरेगी. उन्होंने कहा कि, "जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं होती वहां बिना मुख्यमंत्री के चेहरे के ही चुनाव में उतरती है. इसलिये पश्चिम बंगाल में भी ऐसा ही होगा." उन्होंने कहा कि, "एक बार बहुमत हासिल हो जाए उसके बाद विधायक खुद तय करेंगे कि मुख्यमंत्री पद के लिये किसका चेहरा बेहतर होगा."


आपको बता दें, इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया था जहां उन्होंने कहा था कि, "इस बार अगर सत्ता में बीजेपी आती है तो कोई माटी का लाल ही मुख्यमंत्री पद पर बैठेगा." गौरतलब है, पश्चिम बंगाल में इस साल अप्रैल-मई के महीने में चुनाव होने जा रहे है.


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