नई दिल्ली: सीएए को लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों के दौर के बीच बीजेपी के नेता कैलाश विजयवर्गीय ने एक अजीब बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वो अपने घर पर काम कर रहे कुछ मजदूरों के पोहा खाने के तरीके से समझ गए कि वो बांग्लादेशी हैं.


अब इस बयान को लेकर लोग कैलाश विजयवर्गीय को ट्विटर पर ट्रोल कर रहे हैं. ऐसा नहीं है कि उन्होंने पहली बार कोई विवादित बयान दिया है. कैलाश विजयवर्गीय की पहचान अपने बयानों को लेकर रही है.


CAA और NRC को लेकर डरे हुए हैं भारत के 20 करोड़ मुसलमान- द इकोनॉमिस्ट


उन्होंने इंदौर में एक संगोष्ठी के दौरान कहा- हाल में मेरे घर के एक कमरे में निर्माण कार्य चल रहा था. कुछ मजदूरों के खाना खाने का तरीका मुझे अजीब लगा. वे लोग केवल पोहा खा रहे थे. मैंने उनके सुपरवाइजर से बात की और उनके बांग्लादेशी होने को लेकर अपना शक जाहिर किया. इसके दो दिन बाद से मजदूर काम पर आए ही नहीं.


मां को हनीमून पर साथ ले गई थी लड़की, दामाद के बच्चे की मां बनी सास


उन्होंने कहा कि मैंने पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. आप लोगों के साथ मैं इसलिए इसका जिक्र कर रहा हूं क्योंकि ये सब देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं. मुझे 6 सुरक्षाकर्मियों के साथ बाहर जाना पड़ता है क्योंकि घुसपैठिए देश का माहौल बिगाड़ रहे हैं.


उन्होंने संगोष्ठी में आए लोगों से कहा कि सीएए देश के हित में है और ये वास्तविक शरणार्थियों को नागरिकता देगा, साथ ही घुसपैठियों की पहचान करेगा.


पीटीआई के ट्वीट को लोग शेयर कर रहे हैं जिसमें समाचार एजेंसी ने कैलाश विजयवर्गीय के भाषण की ये बात ट्वीट की है. गौरतलब है कि इंदौर में पोहा नाश्ते में खाया जाता है और लोग इसे काफी पसंद करते हैं.