नई दिल्ली: कैराना में उपचुनाव की वोटिंग खत्म हो गई है लेकिन ईवीएम गड़बड़ी की शिकायत का मुद्दा बना हुआ है. कैराना में शान 6 बजे तक 53% वोटिंग हुई. कैराना उपचुनाव में कहीं बवाल हुआ तो कहीं वोट देने से रोकने की शिकायत की गई. कैराना का फैसला 31 मई को सामने आएगा.


कैराना में वोटिंग के दौरान आज जमकर हंगामा हुआ. ऊंचागांव में बीजेपी नेता ने अनिल चौहान ने जबरन पोलिंग बूथ का दरवाजा खुलवा दिया. ऊंचागांव की घटना को महागठबंधन की उम्मीदवार तबस्सुम हसन ने धर्म और जाति से जोड़ दिया.


कई पोलिंग बूथ में ईवीएम ना चलने की शिकायत भी आई. पब्लिक इंटर कॉलेज में बने पोलिंग बूथ पर तो इस वजह से लंबी लाइन लग गई तो लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाने शुरू कर दिये.


सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ''हज़ारों EVM में ख़राबी की शिकायतें आ रही हैं. किसान, मज़दूर, महिलाएं व नौजवान भरी धूप में अपनी बारी के इंतज़ार में भूखे-प्यासे खड़े हैं. ये तकनीकी ख़राबी है या चुनाव प्रबंधन की विफलता या फिर जनता को मताधिकार से वंचित करने की साज़िश. इस तरह से तो लोकतंत्र की बुनियाद ही हिल जायेगी."


अखिलेश यादव ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ''आज कहा जा रहा है कि गर्मी के कारण EVM मशीन काम नहीं कर रही है, कल कहेंगे बारिश और ठंड की वजह से ऐसा हो रहा है. कुछ लोग जनता को लाइन में खड़ा रखकर अपनी सत्ता की हनक दिखाना चाहते हैं. हम पेपर बैलेट वोटिंग की माँग को एक बार फिर दोहराते हैं.''





बीजेपी ने भी ईवीएम को लेकर शिकायत की
कैराना लोकस भा और नूरपुर विधानसभा के लिए उपचुनाव में ईवीएम गड़बड़ी का मुद्दा जमकर गूंजा. विपक्ष के साथ साथ सत्ताधारी बीजेपी ने भी ईवीएम गड़बड़ी की शिकायत चुनाव आयोग से की. बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर ने लखनऊ में मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल.वेंकटेशवर लू ने आश्वासन दिया कि ईवीएम से जुड़ी जो भी समस्याएं हैं उन्हें जल्द दूर कर लिया जाएगा.


नूरपुर में भी विवाद
कैराना के अलावा यूपी की नूरपुर विधानसभा सीट पर भी वोटिंग के दौरान विवाद हुआ. पोलिंग बूथ के पास बीजेपी नेता के प्रचार का पोस्टर लगा मिला.  नूरपुर में शाम पांच बजे तक 57% मतदान हुआ.


कैराना और नूपपुर में उपचुनाव क्यों?
कैराना सीट बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी. इस सीट पर विपक्ष की साझा उम्मीदवार तबस्सुम हसन सत्तारूढ़ बीजेपी की मृगांका सिंह को चुनौती दे रही हैं. मृगांका सिंह हुकुम सिंह की बेटी हैं. वहीं नूरपुर सीट बीजेपी के विधायक लोकेंद्र सिंह के निधन से खाली हुई थी. यहां से बीजेपी ने लोकेंद्र सिंह की पत्नी अवनी सिंह को मैदान में उतारा है तो वहीं गठबंधन की तरफ से नईमुल हसन मैदान में है.