KCR Birthday: भारत राष्ट्र समिति के नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव का शुक्रवार (17 फरवरी) को जन्मदिन है. उन्हें केसीआर के नाम से भी जाना जाता है. साल 1980 में संजय गांधी के मार्गदर्शन में आंध्र प्रदेश युवा कांग्रेस से अपने राजनीति की शुरुआत करने वाले केसीआर अब राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने की सोच रहे हैं. इसके लिए उन्होंने अपने 20 साल पुराने इतिहास में नया कदम उठाते हुए तेलंगाना राष्ट्र समिति पार्टी का नाम बदल दिया और इसको भारत राष्ट्र समिति नाम दिया.


इस साल तेलंगाना में विधानसभा के चुनाव होने हैं. अगर केसीआर लगातार तीसरी बार पार्टी का नेतृत्व करते हुए सत्ता में आते हैं तो दक्षिण भारत में लगातार तीन बार सीएम बनने की हैट्रिक लगाने वाले पहले नेता बन जाएंगे. जो साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले कुछ अन्य राज्यों में बीआरएस के खुद को एक ताकत के रूप में स्थापित करने की संभावनाओं को बल देगा.


केसीआर का राजनीतिक सफर


राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने से पहले वे एक रोजगार सलाहकार थे और कामगारों को खाड़ी देशों में भेजते थे. साल 1985 में तेलुगुदेशम पार्टी में शामिल हुए के. चंद्रशेखर राव विधायक चुने गए. 1987 से 88 तक वे आंध्रप्रदेश में राज्यमंत्री रहे.


1992 से 93 तक वे लोक उपक्रम समिति के अध्यक्ष रहे. 1997 से 99 तक वे केंद्रीय मंत्री रहे. 1999 से 2001 तक आंध्रप्रदेश विधानसभा में उपाध्यक्ष रहे. तेलंगाना राष्ट्र समिति के गठन से पहले वे तेलुगुदेशम पार्टी के सदस्य थे. अलग तेलंगाना राज्य के निर्माण की मांग करते हुए उन्होंने तेलुगूदेशम पार्टी छोड़ दी.


तेलंगाना राष्ट्र समिति ने 2004 में कांग्रेस के साथ लोकसभा चुनाव लड़ा और 5 सीटें जीतीं. 2004 से 06 तक उन्होंने केंद्रीय श्रम और नियोजन मंत्री के पद पर कार्य किया. 2006 में उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और फिर हुए चुनावों में भारी बहुमत से सांसद चुने गए.


2008 में उन्होंने अपने 3 सांसदों और 16 विधायकों के साथ फिर इस्तीफा दिया और अगली बार फिर सांसद चुने गए. जून 2009 तक वे यूपीए सरकार में थे, लेकिन अलग तेलंगाना राष्ट्र पर यूपीए के नकारात्मक रवैए के कारण उन्होंने यूपीए को छोड़ देना ही ठीक समझा.


केसीआर की मुख्य मांग अलग तेलंगाना राज्य का निर्माण रही, जिसे लेकर उन्होंने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की भी घोषणा की थी. इसके के चलते उन्हें करीमनगर से गिरफ्तार भी किया गया था. इस बीच रायल तेलंगाना की मांग सामने आने पर उन्होंने कहा कि उक्त मांग हमारी मांग के पूरी तरह खिलाफ है.


केसीआर के परिवार के बारे में


केसीआर की शादी शोभा से हुई और उनकी दो संताने हैं. एक बेटा जिनका नाम केटी रामाराव और एक बेटी कल्वाकुंतला कविता, जो सामाजिक कार्यकर्ता हैं. उनके बेटे केटी रामाराव राजनीति में सक्रिय हैं. फिलहाल केसीआर अपने बेटे के लिए राजनीतिक जमीन तैयार करने में लगे हुए हैं.


कमजोर और गरीबों के लिए केसीआर


के चंद्रशेखर राव सामाजिक कार्य में शामिल रह कर कमजोर और गरीबों के उत्थान के लिए प्रयास किया. जिनमें उनके कुछ महत्वपूर्ण काम इस तरह से हैं-  2004 में करीमनगर में करीब एक करोड़ रुपए की भारी वृक्षारोपण योजना. मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए कई घरों का निर्माण. सिद्दीपेट निर्वाचन क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित 145 निवासियों को पेयजल की आपूर्ति. वो अपने खाली समय में बैडमिंटन खेलते हैं. राव ज्योतिष, अंक विज्ञान और वास्तु में विश्वास रखते हैं. महत्वपूर्ण काम या उद्घाटन के लिए समय तय करने से पहले वह हमेशा विशेषज्ञों की सलाह लेते हैं. नंबर '6' उनका भाग्यशाली नंबर माना जाता है.


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