(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Defence News: तोप निर्यात करने को तैयार भारत, 155 मिलियन डॉलर का मिला एक्सपोर्ट-ऑर्डर
Defence News: पूणे बेस्ड कल्याणी कंपनी भारतीय सेना के लिए स्वदेशी 'अटैग्स' गन का निर्माण कर रही है, हाल ही में उसको एक नॉन कॉन्फ्लिक्ट नेशन से तोप बना कर देने का ऑर्डर मिला है.
Defence News: कभी तोप की कमी से जूझ रहा भारत आज दुनिया को अपनी तोप निर्यात (Cannon Export) करने के लिए तैयार है. भारत की प्राईवेट कंपनी, कल्याणी को अपनी स्वदेशी तोप को निर्यात करने का एक बड़ा एक्सपोर्ट-ऑर्डर मिला है. इस सौदे की कीमत करीब 155 मिलियन डॉलर है.
हालांकि, कंपनी ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि है कि किस देश से ये एक्सपोर्ट-ऑर्डर मिला है लेकिन कल्याणी ग्रुप ने बीएसई यानि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को दिए नोटिफिकेशन में बताया है कि कल्याणी स्ट्रेटेजिक सिस्टम्स लिमिटेड को एक 'नॉन-कॉन्फ्लिक्ट जोन' से 155एमएम आर्टिलरी गन का ऑर्डर मिल है.
कितनी है एक्सपोर्ट ऑर्डर की कीमत?
इस एक्सपोर्ट ऑर्डर की कीमत 155 मिलियन डॉलर यानि करीब 1261 करोड़ है. कंपनी ने जानकारी दी है कि तीन साल के भीतर तोपों के इस ऑर्डर को पूरा करना है. नॉन-कॉन्फिलिक्ट जोन के मायने ये हैं कि किसी ऐसे देश से निर्यात का ऑर्डर मिल है जिसकी भूगौलिक-लोकेशन किसी युद्ध-क्षेत्र में नहीं है. ये भी माना जा रहा है कि ये गन सऊदी अरब को दी जा सकती है. क्योंकि दो साल पहले कल्याणी ग्रुप ने अपनी दो तोपों को सऊदी अरब ट्रायल के लिए भेजा था.
पुणे की जानी-मानी कल्याणी कंपनी भारतीय सेना के लिए स्वदेशी 'अटैग्स' यानि एडवांस टोएड आर्टलरी गन सिस्टम भी तैयार कर रही है. इसी गन से इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से 21 तोपों की सलामी दी गई थी. इसके अलावा कल्याणी ग्रुप की एम-4 कॉम्बेट व्हीकल को भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में चीन से सटी एलएसी पर सैनिकों की मूवमेंट के लिए खरीदा है.
किस तोप का निर्यात करेगा कल्याणी ग्रुप?
कल्याणी ग्रुप ने हालांकि इस बात का खुलासा नहीं किया है कि 155 एमएम की किस तोप को निर्यात किया जाएगा. क्योंकि कल्याणी ग्रुप कई तरह की 155एमएम गन का निर्माण करता है. इनमें अटैग्स गन भी शामिल है जो 155एमएम 52 कैलेबिर की है. इसके अलावा भारत-52 भी है जो 155एमम 52 कैलेबिर की है और मल्टी-टेरेन आर्टिलरी गन, एमआरजी भी है जो 155एमएम 39 कैलेबिर की है और हैवी मोटर व्हीकल पर माउंटेड है. इसके अलावा भी कल्याणी ग्रुप कई तरह की तोपों का निर्माण करने में जुटा है.
'मेक इन इंडिया' के प्रयासों का है नतीजा
कल्याणी ग्रुप ने बीएसई नोटिफिकेशन में ये जरूर कहा है कि आर्टिलरी गन का ये ऑर्डर भारत सरकार के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में इंडीजीनस डिजाइन डेवलपेड और मैन्युफैक्चर (आईडीडीएम) प्लेटफॉर्म के निर्यात के लिए किए जा रहे प्रयासों का नतीजा है.
हाल ही में गुजरात की राजधानी गांधी नगर (Gandhi Nagar) में संपन्न हुए डिफेंस एक्सपो (Defence Expo) (18-22 अक्टूबर) के दौरान कल्याणी ग्रुप ने अपनी तोपों और आर्मर्ड-व्हीकल्स (Armed Vehicle) की एक बड़ी प्रर्दशनी लगाई थी. एबीपी न्यूज से खास बातचीत में कल्याणी ग्रुप के संस्थापक बाबा कल्याणी ने साफ तौर से कहा था कि उनकी कंपनी अपने देश के सैनिकों को तो रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर करना चाहती ही है साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के मेक ऑफ वर्ल्ड के सपने को भी साकार करना चाहती है.
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