Kamal Haasan Bharat Jodo Yatra Participation: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में हाल ही में दिल्ली में शामिल हुए अभिनेता कमल हासन ने कई बातें कही हैं. कोझिकोड में छठे केरल साहित्य उत्सव के समापन के अवसर पर कमल हासन ने कहा कि वह ‘एकजुट भारत’ के लिए ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए थे और उनके इस कदम को किसी ‘पार्टी’ की तरफ उनके झुकाव के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए.


उन्होंने कहा, “अगर 1970 के दशक में मुझे राजनीति की इतनी समझ होती और आपातकाल होता तो भी मैं दिल्ली की सड़कों पर उतरता. कृपया इस कदम (भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होना) को किसी पार्टी की तरफ मेरा झुकाव समझने की भूल न करें. मैंने ऐसा ‘एकजुट भारत’ के लिए किया था.”


अंदर है गुस्सा, इसलिए बनाई पार्टी


मक्कल निधि मय्यम के प्रमुख कमल हासन ने कहा कि “मैंने राजनीति में कदम इसलिए रखा, क्योंकि मेरे अंदर ‘गुस्सा’ है. मैं समाज और उन लोगों के लिए काम करना चाहता हूं, जिन्होंने छह दशकों से इतना प्यार और सम्मान दिया है. मैं राजनीति में आया, क्योंकि मैं बहुत गुस्से में हूं. मैंने सोचा कि मुझे राजनीति में आना चाहिए, इससे पहले कि इसका मुझ पर बुरा प्रभाव पड़े, मुझे राजनीति पर अपना प्रभाव डालना चाहिए.”


अनेकता में एकता ही भारत की पहचान


68 वर्षीय कमल हासन ने खुद को ‘मध्यममार्गी’ बताते हुए कहा कि वह एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो ‘अपने मध्यमार्गी विचारों पर अमल करते हुए दक्षिणपंथ से लेकर वामपंथ तक की दिशा में बढ़ता है. अनेकता में एकता को भारत की पहचान बताते हुए उन्होंने कहा कि इस भावना को नष्ट करने में लंबा अरसा लगेगा.


बता दें कि सात सितंबर 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 30 जनवरी 2023 तक जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में समाप्त होगी, जब राहुल वहां राष्ट्रीय ध्वज फहराएं


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