नई दिल्ली: फिल्मी दुनिया से राजनीति में कदम रखने वाले कमल हासन ने एक बयान जारी कर दक्षिण भारत की राजनीति को दिलचस्प बना दिया है. हासन  ने कहा है कि सुपरस्टार रजनीकांत का रंग ‘‘भगवा’’ होने पर उनके साथ कोई राजनीतिक गठबंधन संभव नहीं है. माना जा रहा है कि हासन रजनीकांत और बीजेपी के बीच गंठबंधन की संभावनाओँ को पर ऐसा बोल रहे थे.


हाल में राजनीति में आने का एलान करने वाले हासन ने कहा कि ‘‘आज के समय में उनका सच्चा उद्देश्य राजनीति में यथास्थिति और सामान्यता को चुनौती देना है जो कि तमिलनाडु राज्य में व्याप्त है.’’  रजनीकांत के राजनीति में आने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर हासन ने उनके बीच विचारों और घोषणा पत्र में समानता होने की स्थिति में उनके साथ किसी चुनावी गठबंधन की संभावना से इनकार नहीं किया. वहीं उन्होंने साथ ही दोनों के बीच धर्म और भगवा को लेकर तीखे मतभेद होने का उल्लेख भी किया, जिसकी व्याख्या भाजपा के तौर पर की गई.

हासन ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में सालाना भारतीय सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि रजनीकांत का रंग भगवा नहीं होगा. यदि उनका रंग भगवा होगा तो उनके साथ गठबंधन होने की संभावना नहीं है.’’  उन्होंने चुनाव बाद किसी गठबंधन से इनकार किया. उन्होंने कहा, ‘‘यदि बहुमत नहीं आता है तो यह जनता का फैसला होगा. तब मुझे बैठना नहीं बल्कि अगली बार के लिए इंतजार करना होगा.’’ उन्होंने ऐसा कहकर इसका इशारा किया कि यदि उनकी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता है तो वह विपक्ष में रहना पसंद करेंगे.

तथाकथित लव जेहाद के बारे में एक सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि एक नयी क्रांति अपने रास्ते पर है. मुझे जेहाद के बारे में मालूम नहीं लेकिन मोहब्बत की नफरत पर जीत होगी.’’ हासन ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख्य अरविंद केजरीवाल ने उनसे चेन्नई में मुलाकात की थी और उनकी पार्टी के साथ गठबंधन की पेशकश की थी.