चेन्नईः तमिलनाडु की राजनीति में जयललिता के निधन के बाद राज्य में जहां एक वैक्युम सा दिखाई दे रहा है वहीं जहां अभिनेता कमल हासन और रजनीकांत राजनीति में अपनी किस्मत आजमाना चाह रहे हैं. इस बीच दोनों ही नेताओं की ओर से बड़े बयान सामने आए हैं. मक्कल निधि मय्यम के प्रमुख कमल हासन ने कहा है कि रजनीकांत से उनकी दोस्ती पिछले 44 सालों से है. तमिलनाडु के विकास के लिए जरुरत हुई तो वे दोनों साथ हो सकते हैं. आपको बता दें कि कमल हासन और रजनीकांत दोनों ही साउथ के बड़े सुपरस्टार है और कई फिल्मों में एक साथ काम भी कर चुके हैं. दोनों की विचारधारा भले ही अलग हो लेकिन दोनों अभिनेताओं के बीच दोस्ती काफी गहरी रही है.


उधर दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा कि लोगों के भले के लिए अगर कमल हासन के साथ गठबंधन बनाने की जरूरत पड़ती है, तो हम निश्चित रूप से एक साथ आएंगे. इससे एक दिन पहले ही रजनीकांत ने कहा था कि हमारे रास्ते अलग हों, लेकिन हमारी दोस्ती बनी रहेगी. भारतीय सिनेमा में अभिनेता कमल हासन के 60 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि हम अलग रास्ते, अलग मत और विचारधाराएं भी अपनाते हैं, हमारी दोस्ती वैसे ही बनी रहेगी. हम नहीं जानते कि भविष्य में हमारे लिए क्या है? लेकिन अतीत ने हमें ये खूबसूरत दोस्ती दी है.



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रजनीकांत और कमल हासन के इन बयानों के बाद इसके कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. एक और जहां जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके लोगों का भरोसा जीतने में असफल नजर आ रही है और उसे लोकसभा चुनाव में भी भारी हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में अभी दोनों नेता साथ मिलकर इस स्पेस को भरने की कोशिश कर सकते हैं. तमिलनाडु का इतिहास रहा है कि यहां अभिनेता से नेता बने लोगों को बड़े दिल से स्वीकारा जाता है. इसमें कोई दो राय नहीं कि कमल हासन और रजनीकांत को तमिलनाडु में काफी अच्छे अभिनेता के तौर पर पसंद किया जाता है.


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कमल हासन ने पिछले साल अपनी राजनीतिक पार्टी मक्कल निधि मय्यम बनाई थी. वहीं, रजनीकांत ने अब तक अपनी राजनीतिक पार्टी का एलान नहीं किया है लेकिन वे जल्द ही राजनीति में आएंगे. ऐसे में अब देखना होगा कि क्या तमिलनाडु की जनता एमजीआर, करुणानिधि, जयललिता की तरह रजनीकांत और कमल हासन को भी स्वीकार करेगी?


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