नई दिल्ली: जानलेवा कोरोना वायरस का कहर देश में लगातार बढ़ता जा रहा है. कई राज्यों में इस वायरस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. मध्य प्रदेश भी उन्हीं राज्यों में से एक है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित है. लेकिन इस बीच एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने बड़ा आरोप लगाया है. कमलनाथ ने कहा है कि लॉकडाउन के लिए मेरी सरकार गिरने का इंतजार हो रहा था. उन्होंने यह सवाल भी पूछा कि प्रदेश में अब तक मंत्रीमंडल क्यों नहीं हैं?
पूर्व CM कमलनाथ ने कहा, ''मध्य प्रदेश इकलौती ऐसी जगह है जहां न तो स्वास्थ्य मंत्री है न ही गृह मंत्री. 12मार्च को हमने कोरोना से एहतियातन कॉलेज, मॉल आदि में लॉकडाउन कर दिया था. 16 मार्च, मेरे इस्तीफे के बाद केंद्र सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया था क्योंकि वे मध्य प्रदेश में सरकार गिराने का इंतजार कर रहे थे.''
कमलनाथ ने कहा, ''सिर्फ शहरी इलाकों में टेस्टिंग हो रही है. ग्रामीण इलाकों में कितनी टेस्टिंग हो रही है. मध्य प्रदेश में 10 लाख में से कुछ गिने चुने 20-25 लोगों की ही टेस्टिंग हो रही है. जितना टेस्ट कम करो उतना कम कोरोना, जितने ज्यादा टेस्ट उतना ज्यादा कोरोना.''
मालूम हो कि 15 साल बाद जोड़ तोड़ कर कमलनाथ के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी. लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद 15 महीनों में ही पार्टी एक बार फिर विपक्ष में आ गई. इसके बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान 23 मार्च को चौथी बार सूबे के मुख्यमंत्री बने.
बता दें कि मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 532 हो गई है. इसके अलावा जानलेवा वायरस से 36 लोगों की मौत हो गई है. राहत की बात ये ही कि 38 लोगों ने कोरोना के खिलाफ जंग जीत ली है और उन्हें घर भेज दिया गया है. इंदौर में पिछले 24 घंटे में 46 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं. वहीं भोपाल में 15 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
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