नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के ‘आइटम’ वाले बयान पर राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. बता दें कि रविवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान कमलनाथ ने बीजेपी की उम्मीदवार इमरती देवी के लिए कथित तौर पर ‘आइटम’ शब्द का इस्तेमाल किया.
चुनाव आयोग के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, "मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर, हमने एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. यह मंगलवार को आयोग को मिल जाएगी. इसके आधार पर आयोग विचार करेगा."
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भी यह मामला चुनाव आयोग को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा है. चुनाव आयोग के अधिकारी ने कहा, "जब तक हमें एनसीडब्ल्यू से संदेश मिला, हम मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट मांग चुके थे."
शिवराज सिंह चौहान ने किया दो घंटे का मौन धरना
बता दें कि कमलनाथ के इस बयान को लेकर मध्य प्रदेश में सियासी बवाल मचा हुआ है. सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो घंटे का मौन धरना दिया. इस घरने के खत्म होने के बाद उन्होंने कहा, “''मुझे स्पष्टिकरण की उम्मीद थी लेकिन शर्मनाक तरीके से बयान को सही ठहराया जा रहा है. आप मुझे गाली दे सकते हैं, मुझे अलग अलग नामों से बुला सकते हैं लेकिन एक महिला के लिए इस तरह का बयान सभी बेटियों और माताओं के खिलाफ है. नवरात्रि में महिलाओं का अपमान हुआ है. उन्होंने (कमलनाथ) सभी सीमाएं लांघ दी हैं.''
कांग्रेस ने धरने को बताया नाटक
वहीं कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान के मौन धरने को ‘नाटक’ करार दिया. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि हाथरस में जब एक दलित युवती के साथ बलात्कार हुआ तो शिवराज क्यों चुप थे? एक शब्द बीजेपी के किसी नेता का नहीं निकला. बीजेपी तब मौन क्यों थी?