नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख कर दावा किया कि उन्होंने राज्य सरकार में मंत्री इमरती देवी को लेकर कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की. कमलनाथ ने अपने पत्र में शिवराज और बीजेपी पर निशाना भी साधा.


कमलनाथ ने कहा कि डबरा की सभा में अपने संबोधन में मैंने कोई असम्मानजनक टिप्पणी नहीं की फिर भी आपने झूठ पर दिया. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "जिस शब्द की ओर आप इंगित कर रहे हैं, उस शब्द के कई मायने हैं, कई तरह की व्याख्याएं हैं लेकिन सोच में खोट के अनुसार आप और आपकी पार्टी अपनी मन मर्जी की व्याख्या कर झूठ परोसने में लगे हैं."


कमलनाथ ने कहा, "मुझे आश्चर्य है कि आज आप सोनिया गांधीजी को महिलाओं के सम्मान व सुरक्षा को लेकर पत्र लिख कर हैं जिनकी 15  वर्ष की सरकार में मध्य प्रदेश, बहन-बेटियों से दुष्कर्म, महिलाओं पर अत्याचार और महिला अपराधों में, देश में शीर्ष पर रहा है और इस दौरान ऐसी घटनाओं पर आप अपने दायित्वों का निर्वहन न करते हुए सालों तक मौन साधे रहे. "





कमलनाथ ने पत्र में कहा कि बीजेपी के कई नेता महिलाओं पर अशोभनीय टिप्पणी के आदी हैं. उन्होंने कहा, "कल ही आपकी पार्टी के सम्मानीय केंद्रीय मंत्री द्वारा कांग्रेस में शामिल हुए नए सदस्यों, जिनमें महिला सदस्य भी शामिल हैं, को 'रिजेक्टेड माल' बता रहे थे और आज आपकी सरकार के मंत्री श्री बिसाहूलाल जी द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी श्री विश्वनाथ जी की पत्नी को ऐसे शब्दों से संबोधित किया गया है जिसे कि भारतीय संस्कृति में बोलना तो दूर सुनना भी उचित नहीं माना जाता है." कमलनाथ ने शिवराज से कहा आप पत्र लिखकर इन टिप्पणियों की जानकारी अपने पार्टी अध्यक्ष को क्यों नहीं देते.


उल्लेखनीय है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कमलनाथ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ की इस टिप्पणी के विरोध में दो घंटे का मौन व्रत भी रखा.


बता दें इमरती देवी के खिलाफ डबरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के लिए चुनाव प्रचार करते हुए कमलनाथ ने रविवार को कहा था, ‘‘डबरा से सुरेश राजे जी हमारे उम्मीदवार हैं. सरल स्वभाव के, सीधे-सादे हैं. ये तो उसके जैसे नहीं हैं. क्या है उसका नाम?’’ इस बीच, वहां मौजूद जनता जोर-जोर से ‘इमरती देवी’, ‘इमरती देवी’ कहने लगी.


इसके बाद कमलनाथ ने हंसते हुए कहा, ‘‘मैं क्या उसका (डबरा की बीजेपी प्रत्याशी का) नाम लूं. आप तो उसको मेरे से ज्यादा पहचानते हैं. आपको तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था. ये क्या आइटम है?’’


बता दें ज्योतिरादित्य सिंधिया के निष्ठावान समर्थकों में गिनी जाने वाली इमरती देवी कांग्रेस के उन 22 बागी विधायकों में से एक हैं जिनके विधानसभा से त्यागपत्र देकर बीजेपी में शामिल होने के कारण 20 मार्च को तत्कालीन कमलनाथ सरकार गिर गयी थी. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी 23 मार्च को राज्य की सत्ता में लौट आई थी. डबरा समेत राज्य की 28 विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को उपचुनाव होना है.


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