मध्य प्रदेश: कमलनाथ सरकार के खिलाफ बड़ी बगावत हो गई है. कमलनाथ सरकार के 6 मंत्रियों समेत 17 विधायक बागी होकर बेंगलुरु पहुंच गए हैं. दो मंत्री पहले से बेंगलुरू में मौजूद थे. इन विधायकों को तीन चार्टर प्लेन की मदद से दिल्ली से बेंगलुरु ले जाया गया है. यह सभी मंत्री और विधायक तकरीबन 3:30 बजे बेंगलुरु हवाई अड्डे पर उतरे हैं. कमलनाथ सरकार के जिन मंत्रियों को बेंगलुरु ले जाया गया है वह है प्रधुम्न सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, गोविंद राजपूत, प्रभुराम चौधरी,इमारती देवी, महेंद्र सिसोदिया. यह सभी मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के माने जाते हैं.


इसके अलावा जो 17 विधायक 3 चार्टर प्लेन की मदद से दिल्ली से बेंगलुरु पहुंचाए गए हैं उनके नाम हैं. राजवर्धन सिंह, ओपीएस भदौरिया, गिरिराज दंडोतिया, बिजेंद्र यादव, जसपाल जज्जी, रणवीर जाटव, कमलेश जाटव, जसवंत जाटव, रक्षा सिरोनिया, मुन्ना लाल गोयल, सुरेश धाकड़, रघुराज कसाना, हरदीप सिंह डंग.


इन विधायकों में से हरदीप सिंह डंग तो अपना इस्तीफा भी विधानसभा अध्यक्ष को भेज चुके हैं, हालांकि एक अन्य विधायक बिसाहू लाल सिंह कल बेंगलुरु से भोपाल वापस पहुंच गए थे. बीजेपी सूत्रों का कहना है कि बिसाहू लाल सिंह भी उन्हीं के साथ हैं और वे इस आश्वासन के बाद भोपाल रवाना हुए हैं कि जरूरत पड़ने पर वह बीजेपी के साथ खड़े होंगे.


माना जा रहा है कि 16 मार्च से शुरू होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन ही बीजेपी कमलनाथ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी और इन विधायकों की मदद से अविश्वास प्रस्ताव को पास करवाकर कमलनाथ सरकार को गिरा दिया जाएगा.


बड़ी बात यह है कि यह सभी मंत्री और विधायक सिंधिया खेमे के हैं, ऐसे में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बड़े कदम को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं. अब यह माना जा रहा है कि बीजेपी का ऑपरेशन कमल अगले कुछ दिनों में पूरा हो जाएगा.


ये भी पढ़ें:


मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार का संकट फिर गहराया, छह मंत्रियों समेत 17 विधायक बेंगलुरू पहुंचे 


इलाहाबाद HC से योगी सरकार को झटका, लखनऊ में हिंसा के आरोपियों के पोस्टर हटाने का आदेश